रांची। राजधानी रांची की जगन्नाथपुर पुलिस ने नाबालिग से दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार पिता-पुत्र को मंगलवार को जेल भेज दिया। गिरफ्तार आरोपितों में होटल संचालक बजरंगबली साव और उसका बेटा मुन्ना कुमार शामिल है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार बजरंगबली साव प्रोजेक्ट भवन के पास होटल चलाता है। इस संबंध में पीड़िता के बयान पर पिता-पुत्र के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वाह 2018 के नंबर माह में बिहार के बक्सर से भागकर रांची पहुंची थी। मां के डांटने की वजह से वह बस पकड़कर सासाराम पहुंची थी। वहां से ट्रेन से हटिया स्टेशन पहुंची थी। वहां बाहर खड़ी होकर रो रही थी। इसी क्रम में बजरंग बली साव वहां पहुंचा और अपने घर ले गया। साव बोला कि तुम्हें बेटी की तरह रखूंगा। वह घर में रहने लगी। उसे एक कमरा दिया गया था।
घर में रहते हुए 4 से 5 दिन बीत जाने के बाद उसके कमरे में मुन्ना आ गया और उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया। इसके बाद 6 महीनों तक उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। विरोध करने पर वह नाबालिग के साथ मारपीट भी करता था। नाबालिग को आरोपित की पत्नी घर से बाहर नहीं निकलने देती थी। जिस कारण नाबालिग चाह कर भी घटना की सूचना न तो अपने घर वालों को दे पा रही थी और न ही पुलिस को। दो दिनों पहले बच्ची को अपने साथ लायी कॉपी में मां- पिताजी का नंबर लिखा दिखा। इसके बाद वह किसी तरह पड़ोस में रहने वाले एक युवक से मोबाइल मांग कर अपने पिता को फोन की और हटिया में जिस घर में रह रही थी वहां का पता बतायी।
पिता जब अपनी बच्ची को लेने के लिए पहुंचे तो आरोपित की पत्नी ने उसे बच्ची से मिलने नहीं दिया और घर से भगा दिया। इसके बाद पीड़ित पिता जगन्नाथपुर थाना पहुंचे और पुलिस को बताया कि उनकी बच्ची को बंधक बनाकर रखा गया है। इसके बाद पुलिस उक्त घर में पहुंची और बच्ची को लेकर थाना पहुंची। महिला पुलिसकर्मी द्वारा थाने में जब नाबालिग से पूछताछ की गई तो उसने अपने साथ दुष्कर्म होने की बात कहते हुए बिलख-बिलख कर रोने लगी। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मुन्ना ने अपना अपराध स्वीकार किया है। जगन्नाथपुर थाना प्रभारी अनूप कर्मकार ने बताया कि पीड़िता द्वारा आरोप लगाए जाने के बाद पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया। वहां से दोनों को आज जेल भेज दिया गया।