रामगढ़। रामगढ़ जिले के पतरातू डैम में मंगलवार की सुबह मिली युवती की लाश की पहचान हो गई है। मृतिका हजारीबाग मेडिकल कॉलेज की छात्रा पूजा कुमारी थी। वह मूल रूप से गोड्डा जिले के लोहिया नगर मोहल्ला निवासी अवध बिहारी पूर्वे के पुत्री थी। वह पिछले 2 दिनों से लापता थी। उसके परिवार वाले लगातार उसकी छानबीन कर रहे थे। पूरे मामले की तफ्तीश करने के लिए हजारीबाग डीआईजी अमोल बेनुकांत होमकर पतरातू पहुंचे। यहां उन्होंने रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार, हजारीबाग एसपी वाईएस रमेश, पतरातू एसडीपीओ प्रकाश चंद्र महतो, इंस्पेक्टर लिलेश्वर महतो और थाना प्रभारी भरत पासवान से बात की। डीआईजी ने बताया कि मेडिकल की छात्रा की हत्या की गई है। यह बात स्पष्ट हो गई है। अब इस जघन्य अपराध की जांच के लिए ज्वाइंट एसआईटी बनाई गई है। यह स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम हजारीबाग एसपी और रामगढ़ एसपी के नेतृत्व में काम करेगी। उन्होंने बताया कि हजारीबाग से वह लड़की कैसे पतरातू पहुंची, इसकी तफ्तीश की जा रही है। पतरातू में घटनास्थल पर जो बैग मिला है उसमें रस्सी, पानी का बोतल व अन्य चीजें मिली हैं। पुलिस ने जब लाश को डैम से बाहर निकाला तो देखा कि उसके हाथ और पैर रस्सी से बंधे हुए थे। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि उसकी हत्या कर लाश को यहां फेंका गया है। उसके साथ बलात्कार हुआ है या नहीं यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट में स्पष्ट होगा।
एग्जाम देने के लिए निकली थी पूजा
मेडिकल की छात्रा पूजा कुमारी पिछले दो दिनों से लापता थी। उसके परिजन लगातार उसकी छानबीन कर रहे थे। रामगढ़ पहुंचे मृतका के पिता अवध बिहारी पूर्वे और भाई अनुराग ने बताया कि पूजा अपने एग्जाम देने के लिए निकली थी। सोमवार को उसका एग्जाम हजारीबाग में होने वाला था। शाम तक जब उसकी कोई खबर नहीं मिली तो उसके फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई। उसका फोन स्विच ऑफ आने लगा तो घरवालों की चिंता बढ़ गई। आनन-फानन में बड़े भाई अनुराग ने चेन्नई से लौटने का फैसला लिया। जब वह मांडू पहुंचा तो उसे पूजा की लाश डैम से मिलने की खबर मिली।