रांची। (अपडेट) रांची के बुंडू से अगवा छह माह के बच्चे को रांची पुलिस ने 24 घंटे के अंदर सरायकेला के कंडरा से सकुशल बरामद किया है। बच्चे को परिजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस ने मामले के मुख्य आरोपित भालू सोनार, मोतीलाल महतो, लखीन्द्र महतो और पदोवती देवी को गिरफ्तार किया है। इनके पास से तीन मोबाइल और एक ट्रैक सूट बरामद किया गया है। ग्रामीण एसपी ऋषभ झा ने शनिवार को प्रेस कांफ्रेस में बताया कि बच्चे के अगवा करने के बाद एसएसपी के निदेश पर एक टीम का गठन किया गया। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले में एक आरोपित भालू सोनार को पकड़ा।
भालू सोनार ने पूछताछ में बताया कि घटना के कुछ दिन पूर्व कोकाडीह गांव में दुखू महतो ने उसे बताया था कि उसकी भाभी जो सरायकेला-खरसांवा जिले के थाना कंडरा की रहने वाली है, उसका कोई बच्चा नहीं है। इसके बाद उसने झुलन स्वांसी के पुत्र को अगवा करने का प्लानिंग बनाया है। घटना के बाद कुछ दिन बाद भालू सोनार और दुखू महतो ने झुलन स्वांसी के घर का रेकी किया । इसके बाद 24 अक्टूबर की देर रात बच्चे को अपहरण करने की घटना को अंजाम दिया। पदोवती देवी ने 10 हजार रुपया बच्चे को अगवा करने के लिए दी थी। छापेमारी टीम में बुंडू एसडीपीओ अशोक कुमार, दिनेश महली, अमरदीप कुमार, बेबी झा और बिनोद पासवान शामिल थे।
क्या था मामला
24 अक्टूबर की देर रात रांची के बुंडू थाना क्षेत्र के सिरकाडीह के एक घर में घुसकर हथियारबंद अपराधियों ने छह महीने के बच्चे का अपहरण कर लिया था। हथियारबंद अपराधी झूलन साहू के घर पहुंचे थे और उसके पिता दया और मां काजल देवी को कब्जे में ले लिया था। झूलन की पत्नी अंबिका देवी के विरोध करने पर अपराधियों ने उसे हथियार का भय दिखाया था। इसके बाद अपराधियों ने अंबिका देवी को खाना बनाने को कहा। अंबिका अपने छह माह के बच्चे अंकित को उसकी दादी काजल की गोद में रखकर खाना बनाने लगी थी। इसी क्रम में अपराधियों ने बच्चे को गोद में ले लिया और काजल देवी को अंदर के कमरे में बंदकर बच्चे को लेकर फरार हो गये।