झारखंड। झारखंड राज्य पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा बिरनी प्रखण्ड इकाई की महत्वपूर्ण बैठक बीआरसी भवन परिसर में प्रखण्ड अध्यक्ष मनोज शर्मा की अध्यक्षता में हुई जबकि संचालन अजय कुमार पांडेय ने किया।
बैठक में उपस्थित पारा शिक्षकों ने सरकार द्वारा पारा शिक्षकों की प्रस्तावित नियमावली को अमलीजामा पहनाने को लेकर 14 दिसम्बर को लिए गए निर्णय का स्वागत किया।
बिरनी की धरती पर आयोजित एकीकृत मोर्चा की बैठक को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जिला अध्यक्ष नारायण महतों एवं जिला महासचिव सुखदेव हाजरा ने संयुक्त रूप से कहा कि 18-19 वर्षों के लम्बे संघर्ष, त्याग एवं बलिदानियों के परिणाम स्वरूप राज्य के 65000 पारा शिक्षकों को वेतनमान लागू किए जाने संबंधी संवैधानिक दर्जा दिए जाने वाले न्याय का दरवाजा खुले रखते हुए एक सम्मानजनक समझौते से पारा शिक्षकों के सुनहरे भविष्य की उज्जवलता का मंजिल काफी सुगमता पूर्वक संवारने का काम किया है जो काफी काबिले तारीफ है।
परंतु हम तमाम लोगों की मूल मांगें वेतनमान लागू करवाने का जो संकल्प लिया है निश्चित तौर पे नए साल में भी वेतनमान के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि एकीकृत मोर्चा के प्रतिनिधियों के कुशल नेतृत्व क्षमता के बदौलत आज सूबे के 65000 पारा शिक्षकों की अस्मिता के लिए तैयार बिहार मॉडल की प्रस्तावित नियमावली से भी बेहतर नियमावली को अमलीजामा पहनाने का साहसिक कदम उठाया गया इसके लिए सरकार के माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतों एवं गिरिडीह के माननीय विधायक सुदीव्य कुमार सोनू जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए दिल से धन्यवाद दिया।
साथ ही सरकार से जल्द ही इस प्रस्तावित नियमावली को कैबिनेट से मंजूरी दिलाने की मांग रखी ताकि सरकार के दो वर्ष कार्यकाल पूरे होने के उपलक्ष पर माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा 29 दिसंबर को घोषणा किए जाने संबंधी संवैधानिक प्रक्रिया पूरी होने का संकल्प एतिहासिक साबित हो सके।
बैठक में निर्णय लिया गया कि पुर्व की भांति इस वर्ष भी पारा शिक्षकों की 18 वीं वर्षगांठ आगामी 14 जनवरी 2021 को बगोदर हाई स्कूल में बहुत ही भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के माननीय मंत्री श्री जगरनाथ महतों जी का सुभागमन होगा साथ ही गिरिडीह के विधायक श्री सुदिव्य कुमार सोनू सहित अन्य विधायक भी शामिल होंगे एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में बगोदर विधायक बिनोद कुमार सिंह की भी उपस्थिति अनिवार्य रूप से होगी।
यह कार्यक्रम प्रमंडलीय स्तर का होगा जो काफी भव्य एवं ऐतिहासिक साबित होगा इस कार्यक्रम में राज्य स्तरीय एकीकृत मोर्चा के प्रतिनिधियों सहित प्रमंडलीय स्तर के सभी सदस्यों एवं पारा शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से होगी।
वक्ताओं ने बताया कि प्रदेश के लालफीताशाही एवं उच्च पदों पर पदस्थापित नेताओं के करतूत के वजह से तात्कालिक शिक्षा मंत्री बंधु तिर्की के द्वारा पारा शिक्षकों के कल्याण हेतु आकलन परीक्षा का मार्ग अपनाने का तार्किक आधार को बहिष्कार कर आज पारा शिक्षकों के समक्ष ऐसी भयावह स्थितियां पैदा हुईं हैं।
आज तक सभी पारा शिक्षकों का समायोजन हो गया होता लेकिन अपने नेतृत्व क्षमता को प्रभावित करने तथा अपनी वर्चस्व स्थापित करने को लेकर 65000 पारा शिक्षकों को मुसीबतों की अग्नि में झोंकने का अव्यवहारिक एवं घिनौना काम किया है जो काफी दुर्भागपूर्ण है।
अभी भी आपका जो भी वक्त बचा है वह काफी बहुमूल्य वक्त बचा है आज भी सतर्क होने की आवश्यकता है ।
प्रशिक्षित पारा शिक्षकों के नाम पर गुटबाजी का सिल सिला जारी है अपनी सस्ती लोकप्रियता एवं फुल मालाओं से सज धज कर सचिवालय तक के सफर में अपनेचेहरे कोचमकानेकेफिराक में हैं ।
ऐसी ओछी मानसिकता वाले ताकतों को मुंह तोड़ जबाव देने की जरूरत है ऐसे लोगों से सतर्क रहने की जरूरत है ऐसे लोग अपनी भलाई में मशगूल हैं आम तौर पे पारा शिक्षकों की भलाई से कोई मतलब नहीं है।
उक्त महत्वपूर्ण बैठक में बिरनी प्रखण्ड अध्यक्ष मनोज शर्मा, सरिया प्रखण्ड अध्यक्ष शिव शंकर रुपांशु, देवरी के जुझारू साथी विकाश कुमार, रिशाल चंद यादव, सुरेन्द्र तिवारी, मनोज रविदास , हरि हर मोदी, सुखदेव यादव, खुबलाल कुशवाहा, रफीक अंसारी, अरुण तर्वे, राजकुमार सिंह, गणेश दास, बासुदेव यादव, इकबाल अंसारी, राजेन्द्र पासवान, अशोक यादव, सुरेश वर्मा मुन्नी देवी, सावित्री वर्मा सहित अन्य पारा शिक्षक उपस्थिति थे।