खूँटी। जिले के रनिया थाना क्षेत्र में मेरोमबीर के जंगलों के इर्द-गिर्द पीएलएफआई नक्सली बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए योजना बना रहे थे, जिसकी सूचना पुलिस को मिल गई। सूचना मिलते ही सुरक्षाबलों ने सर्च अभियान शुरू किया, लेकिन जवानों को देखते ही नक्सली मौके से फरार हो गए। सुरक्षाबलों ने जंगलों में नक्सली कैंप को ध्वस्त कर कई सामानों को बरामद कर सीज किया।
विगत वृहस्पतिवार को खूँटी जिले के रनिया थाना अंतर्गत मेरोमबीर के जंगल में पीएलएफआई के एरिया कमांडर जोहन तोपनो अपने दस्ते के सदस्यों के साथ किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए योजना बना रहा था| जिसकी सूचना एसपी आशुतोष शेखर को मिली। सूचना के आधार पर एसपी के निर्देश पर तत्काल एक टीम का गठन किया गया। और एएसपी अभियान रमेश कुमार और डीएसपी ओमप्रकाश तिवारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया, जिसके बाद सीआरपीएफ 94 के जवानों ने इलाके की घेराबंदी शुरू कर दी। डीएसपी की अगुवाई में पुलिस दल जैसे ही मेरोमबीर जंगल में पहुंची, नक्सलियों ने सुराक्षाबलों को देखते ही घने जंगलों की ओर भाग गये। इस अभियान के दौरान पुलिस ने पीएलएफआई के भारी मात्रा में सामान बरामद कर कैम्प को ध्वस्त कर दिया है।
एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि उस इलाके का कुख्यात नक्सली जोहन की तलाश लंबे समय से पुलिस को है, साल दिसंबर में हुए पुलिस मुठभेड़ में जोहन भाग निकला था, जबकि सबजोनल कमांडर जिदन गुड़िया उस मुठभेड़ में मारा गया था। उन्होंने बताया कि इलाके में अभियान जारी है, जल्द ही उसकी गिरफ्तारी होगी, या मुठभेड़ में मारा जाएगा।
इस अभियान के दौरान पुलिस को एसएलआर का एक जिंदा कारतूस, मिस फायर की दो गोली, तीन बाइक, संगठन का 50 पीस पर्चा, 70 पीस लेवी रशीद, नक्सली साहित्य, दो मोबाइल, तीन पिट्ठू, खाद्य सामग्री, दो पीस दरी, चार पीस कंबल, छह जोड़ा जूता, तीन जोड़ा चप्पल, बर्तन, प्लास्टिक बोरा समेत कई सामान बरामद हुआ है।
इस दौरान छापेमारी में एएसपी अभियान रमेश कुमार, डीएसपी ओमप्रकाश तिवारी, सीआरपीएफ94 बटालियन के सहायक समादेष्टा गोपाल सिंह, इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, तोरपा थानेदार अरविंद कुमार, रनिया थानेदार रौशन कुमार, समेत तोरपा सैट सशत्र जिला बल और सीआरपीएफ94 बटालियन के जवान शामिल थे