रांची : झारखंड प्रशासनिक सेवा के 40 अधिकारी को भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस ) प्रोन्नति दी गयी है। इसे लेकर केंद्रीय कार्मिक प्रशासनिक, सुधार मंत्रालय ने बुधवार को अधिसूचना जारी कर दी है।
झारखंड प्रशासनिक सेवा के जिन 40 अधिकारियों को आईएएस में प्रोन्नति दी गयी है, उन सभी को 2019 ,2020 और 2021 की रिक्तियों के कोटे में प्रोन्नति मिली है।
इनमें साल 2019 की नियुक्ति में बने आईएएस अधिकारियों में नेसार अहमद, रवि रंजन मिश्रा, आलोक त्रिवेदी, संजय सिन्हा, मनोज जयसवाल, अनिल कुमार सिंह, हरी कुमार केशरी, जग बंधु महथा, बिंदेश्वरी ततमा, इंदु रानी, अरुण वाल्टर सांगा, दशरथ चंद्र दास, सुमन कैथरिन किस्पोट्टा, बालकिशुन मुंडा, लालचंद डांडेल, गायत्री कुमारी शामिल है।
जबकि 2020 की नियुक्ति से बने आईएएस अधिकारियों में नागेंद्र कुमार सिन्हा, नेल्सन एयोन बागे, शशि प्रकाश झा, अंजनी कुमार मिश्रा, संजय बिहारी अम्बष्ठ, अंजनी कुमार दुबे, अमित प्रकाश, गोपालजी तिवारी, शेखर जमुआर, संजय कुमार, अरविंद कुमार, राजू रंजन राय, पवन कुमार, अनिल कुमार शामिल है।
वहीं दूसरी ओर 2021 की नियुक्ति से बने आईएएस अधिकारियों में मनमोहन प्रसाद, कुमुद सहाय, शशि भूषण मेहरा, प्रदीप तिग्गा, पूनम प्रभा पूर्ति, मनोहर मरांडी, अमल कृष्ण सत्यजीत, ज्ञानेंद्र कुमार, अजय कुमार सिंह, अभय नंदन अम्बष्ठ को प्रोन्नति मिली है। प्रोन्नत हुए अधिकारियों की फाइल अब मुख्यमंत्री के पास भेजी जाएगी।
मुख्यमंत्री के सहमति के बाद सभी प्रोन्नत अधिकारियों की पोस्टिंग होगी। उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार के आरोप का सामना कर रहे गोपालजी तिवारी को 2020 के खाली कोटे से आईएएस में प्रोन्नति दी गयी है।
तिवारी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के ओएसडी रह चुके है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी ) ने तिवारी के खिलाफ पीई दर्ज किया था। बाद में एसीबी ने प्राथमिकी दर्ज करने की सरकार से अनुमति मांगी थी, जिस पर अनुमति नहीं मिली थी। राज्य में आईएएस के कुल 40 पद रिक्त थे। नियम के तहत सरकार ने यूपीएससी को 120 अधिकारियों की सूची भेजी थी।