रांची। झारखंड के 60 हजार से अधिक पारा शिक्षकों की आकलन परीक्षा अप्रैल महीने में होगी। झारखंड एकेडमिक काउंसिल इसके लिए तैयारी कर रहा है। 15 जनवरी तक डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पूरी करने के बाद आकलन परीक्षा के आवेदन के लिए एप्लीकेशन डालने की तिथि 10 फरवरी तय की है।
पारा शिक्षक जो अब सहायक शिक्षक कहते जाते हैं, उनके वेतन में इस साल चार फीसदी की बढ़ोतरी की गयी है। तय नियमावली के मुताबिक मानदेय में वृद्धि हर वर्ष एक जनवरी से होगी। इसकी शुरुआत एक जनवरी से हो गयी है। वैसे पारा शिक्षक जिनके प्रमाण पत्र का सत्यापन हो गया है, उनके संतोषप्रद सेवा की संपुष्टि प्रशासनिक सह अनुशासनिक प्राधिकार से कराया जा रहा है। राज्य में वर्तमान में 61421 पारा शिक्षक कार्यरत हैं। इनमें 12772 शिक्षक झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में सफल हैं जबकि 47191 शिक्षक प्रशिक्षित हैं। वहीं, राज्य में 1458 अप्रशिक्षित हैं।
अप्रैल महीने से चल रही डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया में अब तक 300 के करीब पारा शिक्षक ऐसे हैं, जो फर्जी पाए गए हैं। कई तो एफआइआर होने के डर से प्रक्रिया में शामिल नहीं हुए हैं। शिक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार सही सर्टिफिकेट नहीं होने की वजह से शिक्षकों ने नौकरी छोड़ दी है। जिला से भेजी गयी रिपोर्ट के मुताबिक 89 पारा शिक्षकों का पता सही नहीं पाया गया। 13 पारा शिक्षकों पर क्रिमिनल केस दर्ज हैं।
पारा शिक्षकों की आकलन परीक्षा दो लेबल की होगी। पहला लेबल क्लास एक से पांच का होगा। वहीं, दूसरा लेबल क्लास छह से आठ का होगा। पहले लेबल की परीक्षा में छह पेपर होंगे। चार पेपर कंपलसरी होगा जबकि पेपर पांच और छह भाषा का होगा। यह वैकल्पिक पेपर होगा। परीक्षा कुल 200 अंक की होगी। दूसरे लेबल की परीक्षा की बात करें तो यह क्लास छह से आठ के लिए लिया जाएगा। इसमें पांच पेपर होंगे। इसमें पेपर एक से चार कंपलसरी पेपर होगा। पांचवां पेपर ऑप्शनल होगा। परीक्षा 250 अंक की होगी।