रांची। कांके थाना क्षेत्र के जेनरल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के मालिक सह आईएमए सचिव डॉक्टर शंभू प्रसाद से रंगदारी मांगने के मामले में रांची पुलिस ने चार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में इस्तियाक आलम उर्फ इस्तियाक अंसारी, जुनेद आलम, मुस्ताक अंसारी उर्फ प्रदीप पासवान और शेख अफजल शामिल हैं। इनके पास से 7 मोबाइल और 9 सिमकार्ड, एक बोलेरो वाहन, पीएलएफआइ जनित क्रांतिकारी दस्ता भगत जी लिखा द्वारा सादा पर्चा, दो एटीएम कार्ड और एक छोटी डायरी भी बरामद की गयी है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 17 नवंबर को कांके थाना क्षेत्र के जेनरल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के मालिक डॉक्टर शंभू प्रसाद से 20 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की गयी थी। चारों अपराधियों ने डॉक्टर शंभू प्रसाद के मोबाइल पर पीएलएफआइ के नाम से पोस्टर और मैसेज के माध्यम से रंगदारी मांगी थी। रंगदारी करीब 20 लाख रुपये की मांगी गयी थी। इस मामले में कांके थाना में एक मामला भी दर्ज कराया गया था। एसएसपी ने बताया है कि चारों अपराधियों ने मोबाइल नंबर 7019148258 के द्वारा डॉक्टर से रंगदारी मांगी थी। उन्होंने कहा कि इसी मोबाइल नंबर से एक कपड़ा व्यवसाई मोहम्मद इनायतुल्लाह उर्फ बबलू से भी 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी थी। इस संबंध में पूर्व में कांके थाना में एक मामला दर्ज कराया गया था। एसएससी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उनके दिशा निर्देश के तहत ग्रामीण एसपी नौशाद आलम व पुलिस उपाधीक्षक नीरज कुमार के नेतृत्व में एक टीम बनायी गयी थी। टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कांड में संलिप्त अपराधियों को गुमला और रांची से गिरफ्तार किया। साथ ही कांड में प्रयुक्त मोबाइल, सिम, कार्ड और अन्य सामानों की बरामदगी की गयी। मामले में गिरफ्तार आरोपित पूर्व में भी जसपुर (छत्तीसगढ़) एवं गुमला (झारखंड) से लूट ,अपहरण रंगदारी जैसे अनेक मामलों में जेल जा चुके हैं। छापेमारी टीम में कांके थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह रिशु कुमार सिन्हा शेखर कुमार सिंह शाह फैसल प्रवीण तिवारी अविनाश शुक्ला कृष्णा राम और एसएसपी क्यूआरटी टीम शामिल थे।
पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने किया था इंकार
गत 19 नवम्बर को आईएमए सचिव डॉक्टर शंभू सिंह से पीएलएफआई के नाम पर 20 लाख की लेवी मांगे जाने का पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने खंडन किया था। इसे लेकर दिनेश गोप ने प्रेस विज्ञप्ति जारी किया था। दिनेश गोप ने कहा था कि शंभू प्रसाद सिंह को संगठन के द्वारा लेवी नहीं मांगा गया है। संगठन में भगत नाम का कोई भी व्यक्ति नहीं है। कोई चोर गिरोह होगा संगठन ऐसा घिनौना काम नहीं करता है।