रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता डॉ. एम. तौसीफ ने राज्य सरकार के खाद आपूर्ति एवं वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के द्वारा राज्य के किसानों से संबंधित लिए गए निर्णय का स्वागत किया है। किसानों का धान राज्य खाद्य निगम द्वारा खरीद ने, धान खरीदने का लक्ष्य 4.50 लाख टन एवं किसानों को धान बेचने पर प्रति क्विंटल 182 रुपया बोनस देने जैसे निर्णय से राज्य के किसानों की ऊर्जा दुगनी होगी किसान कृषि क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए खुशी के साथ पूरा योगदान देंगे।
डॉक्टर तौसीफ ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी का किसान के प्रति विजन क्लियर है। कांग्रेस हमेशा से किसानों के पक्ष में निर्णय लेती रही है, जिस से किसान मजबूत हो सकें। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि राज्य का किसान और मजबूत हो सकता था लेकिन राज्य के गठन होने के बाद 20 सालों में 16-17 तक साल तक राज्य में सत्ता में रहने वाली भारतीय जनता पार्टी किसानों को नजरअंदाज करती रही। उनके हित में अपने कार्यकाल के दौरान एक भी ऐसा फैसला नहीं लिया। जिससे किसान मजबूत हो सकें। भारतीय जनता पार्टी की नीति किसानों के विरोध रही है। उसका जीता जागता उदाहरण देश में चल रहा किसान आंदोलन है। प्रदेश प्रवक्ता ने आगे गंभीर आरोप लगाया कि बीजेपी जब भी केंद्र या राज्यों में सत्ता में रही है, उसका लक्ष्य एक रहा है कि किसी तरह से किसानों को कमजोर किया जाए और कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाया जाए। झारखंड में बीजेपी की सरकार के द्वारा अदाणी को फायदा पहुंचाया गया, उस निर्णय से झारखंड की आम जनता को रत्ती बराबर भी फायदा नहीं पहुंच सका। बीजेपी कि केंद्र सरकार द्वारा हर क्षेत्र में कारपोरेट जगत को बढ़ावा दिया जा रहा है। चाहे रेलवे का निजीकरण हो या हवाई अड्डा का या फिर शिक्षण संस्थानों का। केंद्र सरकार ने सभी सरकारी प्रतिष्ठानों को निजीकरण की आग में झोंक दिया है। जिससे बड़े पैमाने पर लोगों की नौकरियां छीन गईं, बस एक ही क्षेत्र बचा हुआ था, वह कृषि का क्षेत्र था। उसको भी अपने कारपोरेट साथियों को फायदा पहुंचाने के लिए किसानों के ऊपर कारपोरेट फार्मिंग कॉन्सेप्ट लाकर थोप दिया।
डाॅ एम. तौसीफ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की नियत में खोट है, वह किसानों को कमजोर और कारपोरेट जगत को मजबूत करना चाहती है, उनकी मंशा को देश का किसान समझ चुका है। अब वह दिन दूर नहीं कि बीजेपी की सरकारों के सिहासन को किसान, युवा वर्ग एवं आम जनता मिलकर उखाड़ फेंकेंगे।