रांची। झारखंड में गुरुवार से सभी धार्मिक स्थल खुल जाएंगे। कोरोना वायरस के वजह से मार्च में लगे लॉकडाउन के बाद लगभग आठ महीने बाद सभी धार्मिक स्थल खुल जाएंगे। इसके लिए हर धार्मिक स्थल में अलग-अलग व्यवस्था वहां के प्रबंधन की ओर से की गई है। सरकार के कोविड-19 के दिशा निर्देश के अनुसार मंदिरों में इंट्री होगी। राज्य के प्रमुख शक्तिपीठों में मां छिन्नमस्तिका मंदिर रजरप्पा, देवड़ी मंदिर, बेड़ो और मां भद्रकाली मंदिर इटखोरी चतरा में विशेष व्यवस्था की गई है। सभी धार्मिक स्थलों में सैनिटाइजर, मास्क का अनिवार्य किया गया है। इन स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा ।
नवरात्र में होगी विशेष पूजा
17 अक्टूबर से नवरात्र शुरू हो रहा है । ऐसे में प्रमुख शक्तिपीठों में विशेष तैयारी की जा रही है। चिन्मस्तिका मंदिर न्यास समिति के सचिव शुभाशीष पंडा और असीम पंडा ने बताया कि क्यों कंपलेक्स में डेढ़ सौ और मंदिर परिसर में 100 श्रद्धालु लाइन में रहेंगे। इसके लिए घेरा बनाया गया है। इस बीच मंदिर में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं को प्रवेश द्वार पर ही सेनीटाइज कराया जाएगा इसके अलावा बिना मास्टर पाने मंदिर के गर्भ गृह में किसी को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा उन्होंने बताया कि पिछले दिनों छिन्नमस्तिका मंदिर न्यास समिति की मंदिर परिसर में बैठक हुई। इसमें राज्य सरकार के मंदिर खोलने के फैसले के लिए सरकार की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी गई। वहीं, मां भद्रकाली मंदिर इटखोरी चतरा में श्रद्धालुओं के प्रवेश की व्यवस्था कर ली गई है । यहां एक बार में पांच श्रद्धालु ही मंदिर में प्रवेश करेंगे। इस दौरान रक्षा सूत्र बांधने और तिलक लगाने पर पाबंदी होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर श्रद्धालुओं का थर्मल स्कैनर से टेंपरेचर जांचा जाएगा। गर्भ गृह में मौजूद पुजारियों को भी मास्क लगाना जरूरी है । ऐसे में गर्भ गृह में आने वाले भक्त सिर्फ दर्शन करने के बाद ही मंदिर से बाहर आएंगे मंदिर में श्रद्धालु मुख्य द्वार से इंट्री लेंगे और निकासी महोत्सव स्थल से होगी। रांची के देवड़ी मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्रद्धालु पूजा करेंगे मंदिर परिसर के बाहर से ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्रद्धालु गर्भ गृह में प्रवेश करेंगे यहां मास्क और सैनिटाइजर अनिवार्य किया गया है ।गर्भ गृह में मौजूद पुजारी भी इस दौरान मास्क लगाए रहेंगे। इसके अलावा अन्य धर्म स्थलों पर भी यही व्यवस्था लागू रहेगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने 1 अक्टूबर को अनलॉक 5 के तहत राज्य के धार्मिक स्थल को 8 अक्टूबर को खोलने का निर्णय लिया था।