रांची, 4 जुलाई। झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एम तौसीफ ने सरकार के उस निर्णय पर खुशी जाहिर करते हुए कहा है कि मदरसा के शिक्षकों के वेतन एवं पारा शिक्षकों के तीन महीने के मानदेय देने जैसा सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव एवं ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का धन्यवाद किया है। तौसीफ ने शनिवार को कहा कि इस सरकार ने वर्षों पुराने मदरसा शिक्षकों के वेतन जैसे समस्याओं का समाधान कर दिया है, जो भाजपा की सरकार ने जान-बुझकर लटका रखा था।
सरकार के इस निर्णय से प्रदेश में खुशी की लहर है। कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा गठबंधन वाली सरकार हर तबके की दुख दर्द को समझने वाली सरकार है। तौसीफ ने आरोप लगाया कि भाजपा की पूर्व की सरकार आम जनता की अनदेखी करते हुए अपने घमंड में चूर होकर काम कर रही थी। आदिवासी, गरीब, मजदूर, किसान एवं मदरसा के शिक्षकों की समस्या का निदान करने में असफल रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार में साहस है। इच्छा शक्ति है एवं प्रदेश को प्रगति की ओर ले जाने की क्षमता है। सरकार हर उन बिन्दुओं पर काम कर रही है। जिससे राज्य की आम जनता को लाभ पहुंचे। तौसीफ ने कहा कि पिछले 39 महीने से मदरसे की शिक्षकों को वेतन नहीं मिला। जिसके वजह से परिवार के लोगों का पालन-पोषण में बहुत दिक्कत आ रही थी। कांग्रेस पार्टी बहुत दिनों से इस समस्या के समाधान के लिए प्रयासरत थी। पिछली सरकार में भी इनकी समस्या के समाधान के लिए आवाज को उठाती रही थी लेकिन पूर्व की भाजपा सरकार जानबूझकर अनदेखी करती रही। तौसीफ ने सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार हर क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए ब्लूप्रिंट तैयार कर उस पर अमल करना शुरू कर दिया है। झारखंड को भाजपा ने विकास से कोसों दूर रख रखा था। लेकिन कांग्रेस, झामुमो की गठबंधन की सरकार बहुत जल्द राज्य के हर क्षेत्र में विकास करने का प्रयास करेगी।