पिपरवार। सीसीएल पिपरवार क्षेत्र प्रबंधन द्वारा जगह जगह यह साईन बोर्ड देखने को मिल जाएगा जिसमे लिखा है” मुस्कुराइये की आप पिपरवार क्षेत्र मे है” यह बोर्ड यहाँ के लोगो को हर वक्त चिढ़ाता रहता है।हकीकत तो यह है की यहाँ मुस्कुराना तो दुर सड़क पर चलते समय कब आपके हाथ पैर टुट जाए इसका भी भरोसा नही है।सीसीएल की गतिविधियों का प्रमुख केन्द्र आरसीएम सायडिंग जहाँ लोग पहले रतनलाल पेट्रोल पंप से सीधे सायडिंग निकलने वाले रास्ते का प्रयोग करते है अभी सायडिंग के पास सड़क पर करीब दो फीट से ज्यादा पानी और कोयले का कीचड पार कर लोग अपनी बाईक से जाने को मजबुर है थोड़ी सी भी गलती हुई तो आपको वहाँ कोई पहचान भी नही पायेगा क्योंकी आप नीचे से उपर तक काले ह़ो चुके होगें।
अब अगर सीसीएल के आवासीय कॉलोनियो की बात करे तो केन्द्र सरकार का उपक्रम होने के नाते सीसीएल को जहाँ स्वच्छ भारत के तहत सफाई का खासा ध्यान रखना चाहिए वही इसके उलट हर साल साफ सफाई के लिए सालाना ठेकेदार नियुक्त कर कमीशन से अपनी जेब भरने के चक्कर मे कॉलोनियों मे कुड़े का अंबार लगा हुआ है।माइनर्स के लिए बनाये गए कॉलोनियो की हालत तो बद से बदतर है जहां कई आवासो मे बरसात होते ही पानी भर जाता है।
पिपरवार के निवासी गर्मियो मे जहां सीसीएल द्वारा फैलाए जा रहे धुल प्रदुषण मे सांस लेने को मजबुर है वही बरसात मे कोयले के कीचड़ एवं कालोनियों मे बदबु फैला रहे कुड़े एवं सुअरों से परेशान है।लेकिन सीसीएल प्रबंधन का बोर्ड कहता है” मुस्कुराइये की आप पिपरवार मे है’।