धनबाद। धनबाद में चिरकुंडा के बीसीसीएल सीवी एरिया की दहीबाड़ी परियोजना के पास गुरुवार अहले सुबह करीब 4:40 बजे जोरदार आवाज के साथ जमीन का बड़ा हिस्सा धंस गया। अचानक हुए भू-धसान से बड़े भूभाग की मिट्टी कट गई। इस घटना में वहां खड़ी एक ड्रिल मशीन भी पूरी तरह जमीन में समा गई। इस घटना से एक बड़े क्षेत्र में दरार आने के साथ इलाका खोखला नजर आ रहा है। गनीमत रही कि घटना के वक्त इस वाहन में कोई ऑपरेटर सवार नहीं था, नहीं तो बड़ा हादसा भी हो सकता था।
घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि तड़के जोरदार आवाज के साथ व्यू पॉइंट जाने वाला रास्ता जमींदोज हो गया। इस दौरान बगल में खड़ी ड्रिल मशीन भी जमीन में समा गई। साथ ही परियोजना में लगाए गए बिजली के कई पोल उखड़ गए। हादसे के वक्त बिजली के तारो से निकली चिंगारी की वजह से पूरा इलाका रोशन हो गया था। हादसे की भयावहता को देखते हुए मौके पर तैनात सुरक्षा गार्ड भी भाग खड़े हुए। हादसे के बाद भू-धंसान क्षेत्र में रह रहे लोगों डरे हुए हैं। सभी सुरक्षित ठिकाने की तलाश में अपने घरों से सामान बाहर निकालकर बैठ गए हैं। इन सभी को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट करने को कहा गया है।
वहीं ग्रामीण अशोक मंडल का कहना है कि जमीन लेने के बाद 2017 में बीसीसीएल की ओर से सिर्फ घर का पैसा दिया गया, लेकिन जमीन नहीं दी गई। स्थानीय राजकुमार महतो का कहना है कि जमीन का मुआवजा अभी लंबित है। अब तो पूरी जमीन ही धंस चुकी है। लोगों का कहना है कि पिछले एक सप्ताह से लगातार यहां की जमीन थोड़ी-थोड़ी कर खिसक रही है। इससे जान माल का खतरा बढ़ गया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से बीसीसीएल प्रबंधन यहां से 12 परिवारों को अन्यत्र शिफ्ट करने का आदेश पहले ही जारी कर चुका है।
वहीं अधिकारियों का कहना है कि जियोलॉजिकल डिस्टर्बेंस के कारण ऐसा हो रहा है। इस साइड पर यह तीसरा हादसा है। वहीं स्थानीय लोग बताते हैं कि कालीमाटी सीम में राष्ट्रीयकरण से पहले खुदाई की गई थी। इसकी वजह से अब जाकर लगातार जमीन धंस रही है।