दिल्ली। बाबा हरदेव सिंह जी ने मानवीयता से युक्त होकर जीवन जीने का ढंग सिखाया। ये बातें सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज ने निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी के दिव्य जीवन एवं शिक्षाओं से प्रेरणा लेने हेतु वर्चुअल रूप में आयोजित ‘समर्पण दिवस’ समागम में व्यक्त किए।
वर्ष 2016 में 13 मई के दिन बाबा हरदेव सिंह जी अपने नश्वर शरीर को त्यागकर निराकार प्रभु में विलीन हो गए थे। तभी से प्रतिवर्ष यह दिन निरंकारी जगत में ‘समर्पण दिवस’ के रूप में बाबा हरदेव सिंह जी को समर्पित किया जाता है।
बाबा हरदेव सिंह जी ने 36 वर्षों तक मिशन की बागड़ोर सम्भाली। उनकी छत्रछाया में मिशन 17 देशों से चलकर विश्व के प्रत्येक महाद्वीप के 60 राष्ट्रों तक पहुँचा। आध्यात्मिक जागरुकता के अतिरिक्त समाज कल्याण के लिए भी बाबा जी ने अनेक सार्थक कदम उठायें। जिसमें मुख्यतः रक्तदान, स्वच्छता अभियान, वृक्षारोपण, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, व्यवसाय मार्गदर्शन केन्द्र के लिए किये गये कार्य सम्मिलित हैं। इसके अतिरिक्त बाबा जी ने स्वयं रक्तदान करके मिशन के रक्तदान अभियान की शुरूआत की, मिशन के पहले ब्लड बैंक ;इसववक इंदाद्ध का लोकार्पण 26 जनवरी, 2016 को बाबा हरदेव सिंह जी ने किया जो विले पार्ले, मुंबई में स्थित है। यह जानकारी संस्था के प्रचार विभाग के राज कुमारी ने दी।