पाकिस्तान| पाकिस्तान में एक बार फिर गृहयुद्ध जैसे हालात बन गए हैं| हिंसक मंजर के बीच पाकिस्तान की सड़कों पर बीते तीन दिनों से कट्टर इस्लामी पार्टी के समर्थक आतंक मचाए हुए हैं|
दरअसल, पाकिस्तान में हो रही हिंसा की वजह फ्रांस की पत्रिका में पिछले साल पैगंबर मोहम्मद के छपे वह विवादित कार्टून हैं, जिसे लेकर इमरान सरकार को फ्रांस के राजदूत को वापस भेजे जाने को लेकर कट्टरपंथी इस्लामिक पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान ने डेडलाइन दी थी| लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने सोमवार को पार्टी के प्रमुख साद हुसैन रिज्वी को गिरफ्तार कर लिया, जिसके बाद टीएलपी ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया|
गृह मंत्री शेख राशिद ने पत्रकारों से कहा कि तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) को 1997 के आतंकवाद रोधी अधिनियम के नियम 11-बी के तहत प्रतिबंधित किया जा रहा है| क्योंकि इसके द्वारा मचाए गए आतंक के दौरान सात लोगों की मौत हो चुकी है और 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं|