लंदन। एक ब्रिटिश महिला ने कोरोना महामारी काल में लगाए गए लॉकडाउन को क्रूर और जघन्य करार दिया है. महिला शादीशुदा है और तीन बच्चों की मां है. उसका कहना है कि वो अपनी बेमतलब की शादी सिर्फ इसलिए बचाए हुए है, क्योंकि वो अपने बच्चों पर तलाकशुदा की संतान होने का तोहमत नहीं चाहती. लेकिन लॉकडाउन की वजह से उसकी जिंदगी जहन्नुम बन चुकी है.
इस महिला का नाम सिल्विया टर्नर है. सिल्विया का कहना है कि वो पिछले 10 साल से एक बिना मतलब की शादीशुदा जिंदगी जी रही हैं. जिसमें उनके तीन बच्चे हैं. इस पूरे लॉकडाउन वो अपने बॉयफ्रेंड से भी नहीं मिल सकी हैं.
सिल्विया ने कहा कि बच्चे अपने स्मार्टफोन में लगे रहते हैं. उनमें से किसी को भी उनका हाल पूछने की फुरसत नहीं है. वो अपने बच्चों और परिवार के लिए पिछले सवा साल से महज मेड जैसी जिंदगी जी रही हैं. इसका मतलब है कि वो सिर्फ घरेलू काम काज कर रही हैं, जिसमें खाना बनाना, बर्तन मांजना और साफ सफाई शामिल है.
सिल्विया ने कहा कि वह टॉम से मिलने के लिए बेकरार है। वह एक-एक दिन गिन-गिन कर काट रही है, कि कब होटल खुलेंगे, जिसके बाद वह टॉम को देख सकेंगी. सिल्विया टर्नर ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि उसकी शादी को 16 साल हो चुके हैं. उसके पति का नाम मार्टिन है और उसके तीन बच्चे भी हैं. लेकिन शादी के इतने लंबे समय में वैवाहिक जीवन की तमाम समस्याओं से वह जूझ रही है. पति के साथ झगड़े और अनबन में वह बच्चों का भविष्य खराब नहीं करना चाहती हैं.