वाशिंगटन । डोनाल्ड ट्रंप और इमरान खान की मुलाकात के कुछ दिनों बाद पेंटागन ने शुक्रवार को कांग्रेस को अधिसूचित किया है कि उसने 12 करोड़ पचास लाख डॉलर की सैन्य बिक्री को मंजूरी दे दी है। इससे पाकिस्तान के एफ-16 लड़ाकू विमान के इस्तेमाल पर 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी। अमेरिका अधिकारियों ने बताया कि इस डील के तहत वहां 60 ठेकेदार प्रतिनिधियों की जरूरत होगी। इसके लिए अमेरिका 24 घंटे सपोर्टिंग स्टाफ उपलब्ध कराएगा। यह लोग कॉनट्रैक्ट पर आधारित होंगे। हालांकि ट्रंप ने पाकिस्तान को रक्षा सहयोग देने पर रोक लगाई थी जो अब भी बरकरार है।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस प्रस्तावित बिक्री से इसेतेमाल की 24 घंटो की निगरानी वाले अमेरिकी कर्मियों की मौजूदगी से अमेरिका प्रौद्योगिकी की रक्षा होगी जिससे अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षो को मजबूती मिलेगी।
बयान के मुताबिक पाकिस्तान ने अमेरिका से तकनीकी समर्थन की मांग की थी। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ एफ-16 विमानों के प्रयोग किया है। इसका प्रयोग भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में हवाई हमले के बाद किया था। इस सहयोग से प्रस्तावित बिक्री में किसी भी क्षेत्र से मूलभूत सैन्य संतुलन नहीं बिगड़ेगा।