नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जारी जंग दिल्ली जीत रही है। दिल्ली ने ज्यादा से ज्यादा जांच करने का तरीका अपनाया गया और यह काफी सफल रहा। देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना मामलों में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। दिल्ली में पिछले 24 घंटों में केवल 674 मामले सामने आए हैं और यहां एक्टिव मरीजों की संख्या 10,000 के नीचे पहुंच गई। इसके साथ ही दिल्ली में कोरोना रिकवरी रेट 89.98% हो गया है। यहां अब केवल 7.11% एक्टिव मरीज ही बचे हैं जबकि 2.89% मरीज़ों की मौत हो चुकी है।
सीएम केजरीवाल से जताई खुशी
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इस बात को लेकर खुशी जाहिर की है। उन्होंने लिखा है कि अब दिल्ली में 10 हजार से भी कम केस बचे हैं। एक्टिव केस के मामले में दिल्ली 14वें पोजीशन पर पहुंच गई है। केजरीवाल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि आज 12 लोगों की मौत हुई है। मुझे दिल्ली वालों पर गर्व है। आज हर तरफ दिल्ली मॉडल की चर्चा हो रही है। दिल्ली में अब तक कोरोना के 1,39,156 हुए दर्ज हो चुके हैं। देश की राजधानी में पिछले 24 घण्टे में 12 मरीजों की मौत हुई और कुल मौत का आंकड़ा 4033 पहुंच गया है। पिछले 24 घण्टे में 972 लोग ठीक हुए और अब तक कुल 1,25,226 लोग ठीक हो चुके हैं।
होम आइसोलेशन की नीति भी सफल
टेस्टिंग के अलावा, दिल्ली सरकार के होम आइसोलेशन की रणनीति काफी सफल रही है, जिसे अब कई दूसरे राज्यों ने भी अपनाना शुरू कर दिया है। होम आइसोलेशन का फैसला इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि एक समय दिल्ली सरकार के इस फैसले से केंद्र तक सहमत नहीं थी, लेकिन दिल्ली सरकार इस पर अडिग रही और इससे होने वाले फायदे के बारे में अवगत कराती रही, जिसकी वजह से बाद में केंद्र ने भी इस रणनीति को सही माना। जून में एक समय मरीज को बेड नहीं मिलने की खबरों के बाद दिल्ली सरकार ने कोविड मरीजों के लिए अस्पतालों में बेड रिजर्व करने का फैसला किया और अब दिल्ली में कोविड मरीजों के लिए 15 हजार से ज्यादा बेड रिजर्व कर दिए। अभी दिल्ली में सिर्फ 2800 बेड पर ही मरीज हैं, बाकी सभी बेड खाली है।