हरियाणा के रोहतक में एक डॉक्टर ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसका पता जैसे ही डॉक्टर की पत्नी को चला, वह दो बेटियों को लेकर वाटर टैंक में कूद गई। इसमें पत्नी और छोटी बच्ची की मौत हो गई, जबकि बड़ी बेटी बच गई। वह तैरकर टैंक से बाहर निकल आई।
पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर प्रमोद सहारण रोहतक की हेल्थ यूनिवर्सिटी के नर्सिंग कॉलेज में प्रोफेसर थे। उन्होंने बुधवार शाम को 6 बजे कन्हेली गांव के पास जहर खा लिया था। शव उनकी कार से कुछ दूर पड़ा मिला। डॉक्टर की जेब से जहर के 5 पाउच भी मिले। डॉक्टर की कार से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया है। लेकिन, उसमें सुसाइड की वजह नहीं लिखी है।
सोनीपत रोड के वाटर टैंक में डॉक्टर की पत्नी ने छलांग लगाई
डॉक्टर प्रमोद के सुसाइड की खबर जैसे ही पत्नी मीनाक्षी को मिली तो वह दो बेटियों को स्कूटी पर बैठाकर घर से चली गई। सोनीपत रोड स्थित सेक्टर-2 के वाटर टैंक (जलघर) में अपनी दो बेटियों के साथ छलांग लगा दी। छोटी बेटी और मीनाक्षी की डूबने से मौत हो गई। बड़ी बेटी बच गई, वो तैरकर टैंक से बाहर आ गई। डॉक्टर की पत्नी और बेटी का शव गुरुवार सुबह वाटर टैंक से निकाला गया।
डॉक्टर प्रमोद सहारण ने सुसाइड नोट में लिखा था- जिंदगी की भागदौड़ से तंग आ गए हैं। भगवान ही उनकी मौत का जिम्मेदार है। किसी दूसरे को पुलिस कसूरवार न ठहराए। डॉक्टर प्रमोद मूलरूप से राजस्थान के राजगढ़ जिले के रहने वाले थे। उनकी शादी चरखीदादरी की मीनाक्षी सांगवान से हो रखी थी। मीनाक्षी सरकारी स्कूल में बायोलॉजी की लेक्चरर हैं।