सिमडेगा। कोयल नदी से सोमवार को एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर कोयल नदी के बीच में फंसे एक युवक को बाहर निकालने में कामयाबी हासिल की। जानकारी के मुताबिक रामजोल निवासी विल्सन मड़की मछली मारने के लिए रविवार की दोपहर नदी के बीच अन्य दिनों की तरह ही गया था। मछली मारने के दौरान ही अत्याधिक मूसलाधार बारिश के कारण नदी का जलस्तर अचानक बढ़ गया। जल स्तर बढ़ने एवं नदी का पाठ चौड़ा होने के कारण विल्सन मड़की नदी के बाहर नहीं निकल सका। रात भर जिंदगी और मौत से चट्टान पर बैठकर जूझता रहा। इस दौरान मूसलाधार बारिश व ठनका भी हो रही थी। लेकिन किसी प्रकार भगवान भरोसे विल्सन मड़की चट्टान पर बैठा रहा। सोमवार की सुबह होने पर जानवर चराने गए कुछ लोगों ने विल्सन को चट्टान पर बैठे हुए देख। इसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना थाना को दी। बानो थाना प्रभारी भी ग्रामीणों के साथ रस्सी वगैरह लेकर नदी के तट पर पहुंचे। लेकिन तेज धार व चौड़ा पाट के कारण वे लोग कुछ नहीं कर पाए। घटना की सूचना मिलते ही जिले के एसपी डॉक्टर शम्स तबरेज ने एनडीआरएफ एडीजी से तत्काल बात की तथा एनडीआरएफ की टीम को भेजने का आग्रह किया। एसपी के आग्रह पर तत्काल एनडीआरएफ की टीम रांची से रवाना होकर बानो पहुंची। एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर पूरे नदी इलाके का मुआयना किया तथा ग्रामीणों से जानकारी ली कि पानी के नीचे पत्थर है या नहीं। ग्रामीणों से पुख्ता जानकारी मिलने के बाद एनडीआरएफ की टीम वोट लेकर नदी के अंदर गई तथा सकुशल विल्सन मड़की को नदी से बाहर निकाल लिया।
एनडीआरएफ के पुलिस निरीक्षक व बानो थाना प्रभारी सम्मानित
कोयल नदी से रेस्क्यू कर विल्सन मड़की को सकुशल बाहर लाने में सराहनीय योगदान करने वाले बाना थाना प्रभारी प्रभात कुमार तथा एनडीआरएफ के पुलिस निरीक्षक पीटर पौल डुंगडुंग को समाहरणालय में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं विल्सन मड़की को फल से भरी टोकरी एसपी ने दिया। एसपी डॉ शम्स तब्रेज ने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या हो तो लाग तत्काल पुलिस को सूचना दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
Previous Articleससुर का दिल आ गया होने वाले दामाद पर
Next Article बोलेरो पलटने से छपरा के दो युवकों की गिरिडीह में मौत