रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने छठ महापर्व के शुभ अवसर पर छठी मैया के व्रतियों की भावनाओं को देखते हुए नदी एवं तालाब में सूर्य भगवान की पूजा करने के लिए कोरोना के गाइड लाइन में परिवर्तन किया है। सरकार के इस फैसले का कांग्रेस पार्टी स्वागत करती है। कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एम तौसीफ ने बुधवार को कहा कि झारखंड सरकार राज्य के सभी धर्म और जाति के लोगों के भावनाओं को देखते हुए काम कर रही है। लोक आस्था के महापर्व छठ के शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कत ना हो उसके लिए सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दिया जो सराहनीय है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास राजनीति करने के लिए झारखंड में अब कुछ बचा नहीं है। इसलिए अनर्गल बयानबाजी कर जनता के बीच में भ्रम फैलाना चाहती है। लेकिन राज्य की जनता उनके चतुर पैंतरे को बखूबी समझती है। तौसीफ ने कहा कि कांग्रेस गठबंधन ने राज्य की जनता से जो वादे किए थे वे सभी वादे सरकार पूरे कर रही है। पारा शिक्षक के मानदेय के लिए चुनाव से पूर्व जो वादे किए गए थे उसे सरकार ने पूरा कर दिया। पूर्व की सरकार ने पारा शिक्षक के समस्याओं को इतना जटिल बना दिया था कि आए दिन पारा शिक्षक अपने अधिकार के लिए सड़कों पर आंदोलन करते नजर आ रहे थे। आंदोलन के क्रम में पारा शिक्षकों की कई जानें भी गई। इन सभी समस्याओं का जिम्मेदार भाजपा की पूर्व सरकार रही है लेकिन गठबंधन की सरकार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सभी समस्याओं का समाधान कर रही है।
झारखंड सरकार ने छठ व्रतियों की भावनाओं को देखते हुए गाइड लाइन में क्या परिवर्तन : डॉ एम तौसीफ
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