खूंटी। अपनी मांगों को लेकर जिले की सभी आंगनबाड़ी सेविकाएं और सहायिका मंगलवार से अनिश्तकालीन हड़ताल पर चली गयीं। इसके कारण जिले के सभी 840 आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लटक गये। आंदोलनकारी आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं ने मंगलवार को समाहरणालय के समक्ष धरना दिया और मांगों को पूरा करने को लेकर जमकर नारेबाजी की। आंगनबाड़ी सेविकाएं सेवा स्थायी करने और मानदेय बढ़ाने की मांग कर रही हैं। अपने आंदोलन के तहत आंगनबाड़ी सेविकाएं पांच सितबंर से रांची के बिरसा चैक में धरना देंगी। आंगनबाड़ी सेविकाओं ने बताया कि सरकार उनके साथ वादा खिलाफी कर रही है। उनकी हड़ताल के कारण जिले के किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र में मंगलवार को पोषाहार का वितरण नहीं किया गया।
इधर, आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के हड़ताल पर चले जाने से चार सितबंर को होने वाले कृमि मुक्ति दिवस अभियान प्रभावित हो सकता है। आंगनबाड़ी केंद्रों में जिन बच्चों को दवा दी जानी थी, उन्हें अब दवा नहीं मिल पायेगी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा अब इसकी वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।