बोकारो। बोकारो जिले में भी इन दिनों में बच्चा-चोरी की अफवाह में जगह-जगह मारपीट की घटनाएं सामने आ रही है। एक तरफ जहां अकेले अनजान व्यक्ति को जो बच्चा चोर के संदेह में पीट दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ आजकल के कलयुगी शातिर बच्चे खुद ही अपने अपहरण की झूठी कहानियां गढ़ दे रहे हैं। ऐसे मामले लगातार बोकारो में सामने आ रहे हैं। दो दिन पहले ही जिले के पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र में एक दंपत्ति के साथ बच्चा चोरी के आरोप में हुए पिटाई तथा बुधवार को एक महिला को घेरकर पकड़ लिये जाने के मामले को पुलिस ने काफी गंभीरता से लिया है। जिले के पुलिस कप्तान पी. मुरूगन खुद इसे लेकर काफी सतर्क दिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन दिनों जिले भर में बच्चा चोरी की अफवाह फैलाई जा रही है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि लोग बिना सोचे-समझे, जाने पहचाने और बिना पुलिस को सूचित किए सीधे कानून को अपने हाथ में ले ले रहे हैं। यह सरासर गलत बात है अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है तो उस गांव के पुराने लोगों के साथ उसकी बातचीत होनी चाहिए। पूछताछ होनी चाहिए। फिर स्थानीय थाने को एवं डायल 100 पर सूचित कर कानूनी तरीके से इस पर काम किया जाना चाहिए, लेकिन केवल संदेह के आधार पर किसी के साथ मारपीट किया जाना कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसी को यह अधिकार नहीं है कि वह कानून को अपने हाथ में ले और किसी के साथ भी मारपीट कर दे। उसे चाहिए कि पुलिस को सर्वप्रथम इसकी जानकारी दे। एसपी ने एक खास बातचीत में जोर देते हुए कहा कि बच्चा चोरी की आड़ में इस तरह जो लोग कानून को अपने हाथ में लेंगे, उनके ऊपर भी सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर भी जो लोग बच्चा चोरी की अफवाहें फैलाएंगे, उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले भर की पुलिस को उन्होंने इस मामले में हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। कहा कि इस तरह के मामले में पुलिस को तत्काल वहां पहुंचकर सबसे पहले किसी को भीड़तंत्र की हिंसा का शिकार नहीं होने देना है। सबसे पहले उसका बचाव किया जाना है उसके बाद इस मामले की गंभीरता के साथ छानबीन की जानी है। पिंड्राजोरा में दंपत्ति के साथ हुई मारपीट के मामले में एसपी ने जांच जारी होने की बात कही। उल्लेखनीय है कि बोकारो के सिटी थाना एवं बोकारो थर्मल में दो-चार दिन पहले ही बच्चा चोरी की अफवाह उड़ाई गई। सेक्टर 3 शर्मा मोड़ से एक स्कूली बच्चे के गायब हो जाने का मामला सामने आया, वहीं उसके ठीक 3 दिन पहले जिले के बोकारो थर्मल में भी ऐसे ही अफवाह सामने आई। प्रथम दृष्टया और जांच में दोनों मामलों में बच्चों द्वारा खुद के अपहरण की साजिश किए जाने का खुलासा हुआ और बच्चा चोरी की बात झूठ साबित हुई। काम की तलाश में भटकते हुए एक मजदूर के साथ पकड़कर मारपीट का मामला भी जिले के चंदनकियारी में दो दिन पहले ही सामने आया। वैसे भी इन दिनों बच्चा चोरी के नाम पर जगह-जगह मॉब लिंचिंग की घटनाएं सामने आती हैं। ऐसे में प्रशासन इसे लेकर जिले में काफी चुस्ती और सतर्कता बरत रहा है। उपायुक्त मुकेश कुमार ने भी इस मामले में ठोस दिशा निर्देश जारी किए हैं।