गोरखपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों को सोमवार सुबह पीएम केयर्स योजना से लाभान्वित किया। पीएम मोदी के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर से वर्चुअल जुड़े। उनके साथ पीएम केयर्स योजना में पात्र गोरखपुर के 11 बच्चों में से 18 वर्ष की उम्र पूर्ण कर चुके पात्र भी मौजूद रहे, जबकि अन्य पात्र बच्चों को दूसरे एक कमरे में बैठाकर पीएम का संबोधन सुनाया गया।
मुख्यमंत्री योगी ने पीएम मोदी का पूरा कार्यक्रम देखने और तन्मयता से उनका संबोधन सुनने के बाद कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों से मुलाकात की। उन्हें उपहार प्रदान किया। उपहार के साथ उन्हें पीएम मोदी की तरफ से आए स्नेह पत्र, पोस्ट ऑफिस में खुले उनके खातों के पासबुक और आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी दिए गए। साथ ही मुख्यमंत्री की तरफ से इन बच्चों को स्कूल बैग, लंच बॉक्स, वाटर बॉटल व पठन सामग्री भेंट की गई।
मुख्यमंत्री ने बच्चों से आत्मीय संवाद करते हुए उनका हालचाल जाना, पढ़ाई के बारे में पूछा। उन्हें खूब पढ़ने और खूब आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि कहा कि आपको अपनी पढ़ाई, भविष्य या अन्य किसी भी बात के लिए परेशान होने की तनिक भी जरूरत नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र व प्रदेश की सरकार हर पल उनके साथ खड़ी है। उनके सम्मानजनक जीवन यापन से लेकर उनकी पढ़ाई तक की जिम्मेदारी सरकार उठा रही है। मुख्यमंत्री योगी ने जिलाधिकारी विजय किरन आनंद और जिला प्रोबेशन अधिकारी सर्वजीत सिंह को निर्देशित किया कि इन बच्चों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। गोरखपुर में कमिश्नरी सभागार में जनप्रतिनिधियों ने पीएम मोदी का संबोधन सुना।
पीएम केयर्स योजना से गोरखपुर के 11 समेत प्रदेश के 441 बच्चे लाभान्वित
पीएम केयर्स योजना का लाभ प्रदेश के कुल 441 बच्चों को मिला है। इनमें गोरखपुर के 11 बच्चे भी शामिल हैं। गोरखपुर से पात्र 11 बच्चों में दो बालिकाएं और नौ बालक हैं। इन 11 बच्चों में से पांच की आयु 18 वर्ष या इससे अधिक है। जबकि छह बच्चे 18 वर्ष से कम आयु के हैं। जिन बच्चों की आयु 18 वर्ष या इससे अधिक है, उन्हें इस योजना के तहत 10 लाख रुपये की धनराशि उपलब्ध कराई गई है। जबकि 18 वर्ष से कम आयु वाले पात्र बच्चों को पात्रता के अनुसार चार लाख से लेकर नौ लाख रुपये उपलब्ध कराए गए।
पीएम केयर्स योजना की धनराशि पोस्ट ऑफिस में जिलाधिकारी की गार्जियनशिप में खोले गए खातों में प्रेषित की गई। 18 वर्ष से कम आयु वाले पात्र बच्चों के 18 वर्ष के होने तक धनराशि फिक्स्ड डिपॉजिट के रूप में जमा रहेगी जो उनके 18 वर्ष के होने पर बढ़कर 10 लाख रुपये हो जाएगी। 18 से 23 वर्ष की आयु तक उन्हें 10 लाख रुपये पर प्रतिमाह 5500 रुपये ब्याज के रूप में मिलेंगे। 23 वर्ष की उम्र पूरी होने पर 10 लाख रुपये निकाले जा सकेंगे। पीएम केयर्स योजना में पात्र बच्चों को पांच लाख रुपये निशुल्क इलाज की सुविधा के लिए प्रधानमंत्री आयुष्मान कार्ड भी उपलब्ध कराया गया है। साथ ही जो बच्चे कक्षा एक से 12 तक में अध्ययनरत है, उसे पढ़ाई के लिए 20 हजार रुपये की वार्षिक छात्रवृत्ति भी दी जाएगी। पात्र बच्चों को केंद्र सरकार के आवासीय विद्यालयों में शिक्षा व्यवस्था कराई जाएगी।
गोरखपुर के 714 समेत प्रदेश के 16260 बच्चों का सहारा बनी योगी सरकार
योगी सरकार कोरोना काल में अपने माता पिता दोनों या किसी एक को खोने वाले प्रदेश के 16 हजार 260 और गोरखपुर के 714 बच्चों का सहारा बनी है। मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत प्रदेश के 11 हजार 049, गोरखपुर के 575 ऐसे बच्चों को प्रतिमाह चार 4000 रुपये दिए जा रहे हैं जिनके माता पिता दोनों, या किसी एक की मृत्यु कोरोना के कारण हुई। जबकि राज्य में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना (सामान्य) के अंतर्गत 5211 और गोरखपुर के 139 बच्चों को प्रतिमाह 2500 रुपये दिए जा रहे हैं जिनके माता पिता दोनों या किसी एक की मृत्यु कोरोना काल में किसी अन्य कारणों से हुई। गोरखपुर में कोरोना काल में बेसहारा हुए और कक्षा नौ या इससे ऊपर की पढ़ाई करने वाले 116 बच्चों को योगी सरकार लैपटॉप भी प्रदान कर चुकी है।