Latehar. नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के एरिया कमांडर सत्येंद्र उरांव ने गुरुवार को पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। सतेंद्र उरांव मुख्य रूप से पलामू जिले के पाकी थाना क्षेत्र अंतर्गत इरगु गांव का रहने वाला है। लातेहार एसपी कार्यालय के सभागार में आयोजित एक सादे समारोह में उसने एसपी और सीआरपीएफ के कमांडेंट के समक्ष आत्मसमर्पण किया। पुलिस अधिकारियों ने गुलदस्ता देकर उसे सम्मानित किया।
एसपी अंजनी अंजन ने बताया कि सत्येंद्र उरांव पिछले चार वर्षों से जेजेएमपी संगठन के एरिया कमांडर के रूप में सक्रिय था। इस पर वर्ष 2021 में हुए सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में भी शामिल होने का मामला दर्ज था। इसके अलावा इस पर कई अन्य मुठभेड़ में भी शामिल होने का आरोप था। एसपी ने बताया कि नक्सलियों से मोहभंग होने के बाद इसने सीआरपीएफ 11 बटालियन के कमांडेंट बीके त्रिपाठी तथा अन्य अधिकारियों से संपर्क कर आत्मसमर्पण की जानकारी प्राप्त की और गुरुवार को आत्मसमर्पण कर दिया। एसपी ने क्षेत्र में सक्रिय अन्य नक्सलियों से भी अपील किया है कि सरकार के आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं और पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करें।
वहीं आत्मसमर्पण करने वाला नक्सली सत्येंद्र ने बताया कि उसका बड़ा भाई भी नक्सली संगठन में शामिल था। लेकिन वर्ष 2018 में एक मुठभेड़ में उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद वह नक्सलियों के संपर्क में आया और संगठन में शामिल हुआ था। लेकिन बाद में उसे लगा कि यह रास्ता सिर्फ बर्बादी का है, इसीलिए उसने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया ।
आत्मसमर्पण करने के बाद नक्सली सत्येंद्र उरांव को एसपी तथा अन्य अधिकारियों ने गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। मौके पर सीआरपीएफ 11 बटालियन के कमांडेंट वीके त्रिपाठी, द्वितीय कमान अधिकारी विनोद कनौजिया, पुलिस इंस्पेक्टर चंद्रशेखर चौधरी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।