बिहार चुनाव में गठबंधन और टिकटों की तस्वीर साफ होते ही दल-बदल का खेल शुरू हो गया है. बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता रामेश्वर चौरसिया चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल हो गए हैं.
बिहार चुनाव में गठबंधन और टिकटों की तस्वीर साफ होते ही दल-बदल का खेल शुरू हो गया है. बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता रामेश्वर चौरसिया चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी में शामिल हो गए हैं.
खास बात ये है कि एलजेपी में शामिल होने के बाद रामेश्वर चौरसिया जेडीयू पर हमला कर रहे हैं. एलजेपी में शामिल होते ही रामेश्वर चौरसिया ने कहा कि जेडीयू को वोट देना पाप है. उन्होंने कहा कि अब बिहार में लोजपा भाजपा की सरकार बनेगी.
बीजेपी के टिकट पर 3 बार विधायक बने चौरसिया
रामेश्वर चौरसिया बीजेपी के टिकट पर नोखा विधानसभा सीट से लगातार तीन बार 2000, 2005 और 2010 में जीत चुके हैं. चौरसिया नीतीश के विरोधी नेता माने जाते हैं. 2015 का विधान चुनाव हार गए थे और इस बार उनकी नोखा सीट जेडीयू के खाते में चली गई है. इसलिए वे बीजेपी नेतृत्व से नाराज थे, अब रामेश्वर चौरसिया एलजेपी से इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.
बागियों पर चिराग की नजर
बता दें कि मंगलवार को भी बीजेपी के एक नेता एलजेपी में शामिल हुए हैं. दरअसल एलजेपी बीजेपी के असंतुष्टों को अपने पाले में करने की कोशिश में लगे हैं, ताकि उन्हें बीजेपी के वोटों का फायदा मिल सके.
मंगलवार को जब बीजेपी और जेडीयू के नेता सीट शेयरिंग को लेकर पीसी कर रहे थे उसी वक्त बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह ने एलजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली. बीजेपी छोड़ने की उनकी वजह ये रही कि उनकी दिनारा सीट जेडीयू के कोटे में चली गई. जेडीयू ने उन्हें दिनारा सीट से उतारने का भरोसा दिया है.
बीजेपी की एक और नेता डॉ. उषा विद्यार्थी ने भी एलजेपी का दामन थाम लिया है. उषा विद्यार्थी पटना के पालीगंज सीट से बीजेपी की विधायक रह चुकी हैं. वे बिहार राज्य महिला आयोग की सदस्य भी हैं. इस बार के सीट बंटवारे में पालीगंज सीट जेडीयू के खाते में गई है, जिसके चलते उन्होंने बीजेपी से 28 साल का रिश्ता छोड़कर एलजेपी में शामिल हो गईं.