नई दिल्ली। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के साथ हुई यहां हुई एक मुलाकात में कहा कि भारत सरकार विदेशी निवेश के खिलाफ नहीं है, बल्कि हर निवेश का स्वागत करती है। लेकिन विदेशी निवेशकों को सरकार की नीति और कानून दोनों का अक्षरश: पालन करना ही होगा। क्योंकि, सरकार उससे कोई समझौता नहीं करेगी और किसी भी परिस्थिति में किसी को भी नीति अथवा कानून के उल्लंघन करने की अनुमति नहीं देगी।
पीयूष गोयल ने स्पष्ट कहा की पिछले दरवाजे से देश के खुदरा व्यापार अथवा ई-कॉमर्स व्यापार पर बैक के अतिक्रमण अथवा नियंत्रित करने की कोई कोशिश बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अपने लाभ के लिए बाजार में असमान प्रतिस्पर्धा का निर्माण करने को भी स्वीकार नहीं किया जाएगा। गोयल ने कहा कि सरकार ऐसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है और जरूरत पड़ने पर कोई भी कदम उठाने से नहीं हिचकेगी। उन्होंने कहा कि सरकार की नीति और कानून कोई शोभा की वस्तु नहीं है, चाहे वो व्यापारी हों या बड़ी कंपनियां सबको नियम का पालन करना होगा।
कैट का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल के नेतृत्व में पीयूष गोयल से उनके कार्यालय में मिलकर ई-कॉमर्स बाजार पर उनके प्रभावशाली बयान की तारीफ की और बधाई दी। खंडेलवाल ने कहा कि जिस मुद्दे पर सरकार की नीति और दिशा को वाणिज्य मंत्री ने स्पष्ट तरीके से रखा है। कैट उसका स्वागत करते हुए देश के 7 करोड़ व्यापारियों की ओर से सरकार को समर्थन का भरोस दिया।
पीयूष गोयल ने कैट प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते हुए कहा कि देश के व्यापारियों को खुद को उन्नत करने और आधुनिक बनाने के लिए ई-कॉमर्स को अपनाने और स्वीकार करने की जरूरत है। उन्होंने व्यापारियों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार रहने की आवश्यकता पर जोर दिया। गोयल ने जोर देकर कहा कि ई-कॉमर्स अथवा रिटेल व्यापार में किसी को भी अपना प्रभुत्व बनाने और कब्जा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
कैट प्रतिनिधिमंडल गोयल के बयान से सहमति जताते हुए कहा की उनके बयान ने स्पष्ट रूप से पूरी दुनिया को भारत के ई-कॉमर्स व्यापार पर एक मजबूत और स्पष्ट संदेश दिया है, जिसका देश का व्यापारी वर्ग स्वागत करता है। कैट ने भी भारत में ई-कॉमर्स मार्केट प्लेस को एफडीआई नीति के दायरे में काम करने पर सहमति जताई है, लेकिन नीतियों एवं कानूनों के खुले उल्लंघन को बर्दाश्त नहीं करने की बात कैट ने दुहराई। खंडेलवाल ने कहा कि गोयल ने दुनिया को एक सही संदेश दिया है, जिसका लंबे समय से व्यापारियों को इंतजार था।
गोयल ने प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए कहा कि सरकार भारत के ई-कॉमर्स और खुदरा व्यापार दोनों में सामांजस्य सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार एक मजबूत ई-कॉमर्स नीति तैयार करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। गोयल ने कहा कि ई-कॉमर्स पॉलिसी को अंतिम रूप देने से पहले सरकार हितधारकों से परामर्श भी करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के आह्वान को वास्तविकता में बदलने के लिए हर क्षेत्र की अपनी भूमिका है, लेकिन देश के व्यापारिक समुदाय की बहुत बड़ी एवं महत्वपूर्ण भूमिका है। क्योंकि देश के 130 करोड़ लोगों तक केवल व्यापारियों की सीधी पहुंच है।
गोयल ने व्यापारी समुदाय को अपने आपको ई-कॉमर्स से जोड़ने के लिए खुद सभी प्रयास शुरू करने की बात कही और कहा कि सरकार इस मामले में व्यापारियों को हर संभव सहायता मुहैया कराएगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था की वास्तविक रीढ़ देश के 7 करोड़ व्यापारी ही हैं।