यह मामला बैतूल के सारणी इलाके का है. जहां पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. शनिवार को सारणी पुलिस ने इस कत्ल का खुलासा करते हुए बताया कि इस हत्या में मृतक की दत्तक पुत्री ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया है.
बेटी ने हत्या करने के बाद दो दिन तक मकान में शव को कंबल में छुपाकर रखा था. पुलिस ने बताया कि 14 जनवरी को बबलू नागले ने पुलिस को सूचना दी कि उसके जीजा श्रीराम हुरमाड़े और उनकी गोद ली हुई नाबालिक लड़की सुभाष नगर में रहते हैं. उसकी श्रीराम से फोन पर बात होती रहती थी पर 12 जनवरी से बात नहीं हुई.
14 जनवरी को मोहल्ले के लोगों से पता चला कि श्रीराम हुरमाड़े के घर के पीछे बाड़ी में बनी टपरिया से बदबू आ रही है. उसकी लड़की देखने के लिए जाने नहीं दे रही है. तब बबलू श्रीराम के घर गया और उसने दरवाजा खुलवाकर झोपड़े में श्रीराम की लाश कंबल में लिपटी मिली जिसके सिर पर चोट लगी थी और गला कटा हुआ था.
इसके बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी. थाना प्रभारी महेन्द्र सिंह चौहान नेतृत्व में टीम का गठन किया और मामले की हर पहलू से जांच हुई तब पता चला कि मृतक अपनी लड़की को बॉयफ्रेंड और दोस्तों के साथ घूमने फिरने और मोबाइल पर बात करने से मना करता था. इससे नाबालिग लड़की परेशान होकर अपने बॉयफ्रेंड और दोस्तों के साथ प्लान करके अपने पिता को मौत के घाट उतार दिया.
थाना प्रभारी महेन्द्र सिंह चौहान ने आगे बताया कि मृतक के शव को घर के पीछे बनी झोपड़े में छिपा दिया था और बदबू ना आए इसलिए परफ्यूम भी डाला गया. हत्या के इस प्रकरण में दत्तक पुत्री ही मास्टरमाइंड निकली. पुलिस ने हत्या के मामले में आरोपी नाबालिग लड़की, 21 साल के अनवर खान, 18 साल के शिखर, 20 साल के अनिल सोनारिया को गिरफ्तार किया है.