Palamu : अवैध पत्थर सीज करने गये वनकर्मियों पर जानलेवा हमला किया गया। इसमें पांच वनकर्मी बेतरह जख्मी हो गये हैं। इन्हें ईलाज के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। माइंस और क्रशर माफियाओं के इशारे पर ग्रामीणों ने वन विभाग की टीम को घेर लिया और लाठी-डंडा, पत्थर से वार कर अवैध पत्थर लदे दो ट्रैक्टर छुड़ाकर ले गए। वारदात को बीती देर रात पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र के बसडीहा जंगल में अंजाम दिया गया। बताय गया कि वन विभाग को इंफॉर्मेशन मिली कि बांसडीहा जंगल में अवैध पत्थर तोड़ कर भेजने के लिए रखा गया है। इसका उठाव रात में ट्रैक्टर से किया जाता है। इस सूचना पर शनिवार की दोपहर वन विभाग की टीम ने जंगल का मुआयन किया था, जिसमें पत्थर तोड़े जाने की बात सही साबित हुई थी। अधिकारियों ने रात में कार्रवाई का प्लान बनाया था। देर रात 16 की संख्या में वनकर्मी जंगल में पहुंचे तो उस वक्त दो ट्रैक्टर पत्थर लेकर जाते हुए मिले। छापेमारी टीम ने ट्रैक्टर को रोक दिया। इसके बाद आसपास के लोग वहां जुट गये। महिला-पुरुष से लेकर बच्चे तक इकट्ठा हो गये। साजिश के तहत चोर-चोर हल्ला करते हुए ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटा ली। देखते ही देखते भीड़ उग्र हो गई और वनकर्मियों पर हमला कर दिया। मौका देखकर ट्रैक्टर ड्राइवर पत्थर लदा ट्रैक्टर लेकर भाग निकला।

जख्मी वनकर्मी आशुतोष तिवारी ने रविवार को मीडिया को बताया कि जान बचाने के लिए वे लोग भागने लगे। ग्रामीणों के पिटाई से जख्मी होकर गिरे पड़े थे। घटना की सूचना SDO और SDPO को दी गई। रात में अधिकारी पुलिस टीम के साथ पहुंचे। तब तक ग्रामीण जंगल से भाग चुके थे। घटना में वनकर्मी आशुतोष तिवारी का पैर टूट गया है। सरसिज उरांव, लक्ष्मीकांत, राकेश रौशन और पंकज कुमार के सिर और पैर में चोट लगी है। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
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