शुरुआती जांच में पता चला है कि पेरियासामी का 14 साल का बेटा वन्नाथमिज़न पिछले एक साल से बोन कैंसर से पीड़ित था. अपने बेटे को दिन-रात दर्द में रोते हुए देखने पर पेरियासामी ने वेंकटेशन से संपर्क किया, जो एक प्रयोगशाला चलाता है. पेरियासामी ने अपने बेटे के इस तकलीफ को दूर करने के बारे में वेंकटेशन से पूछा.
इसके बाद पेरीयासामी और वेंकटेशन ने एक चिकित्सा पेशेवर प्रभु से संपर्क किया. प्रभु पेरियासामी के घर गए थे और उन्होंने 14 साल के वन्नाथमिज़न को एक इंजेक्शन दिया था, जिसकी बाद में उसकी मौत हो गई. पुलिस सूत्रों का कहना है कि प्रभु ने तीन दवाओं के एक मिश्रण का इंजेक्शन लगाया था, जिसके ‘ओवर डोज़’ से बच्चे की मौत हो गई.
मामला सामने आने के बाद पेरियासामी, वेंकटेशन और प्रभु को कोंगुनाप्रम पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिन्होंने धारा 109 (अपराध के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज किया है. आगे की जांच चल रही है.