वाराणसी। ज्ञानवापी शृंगार गौरी प्रकरण से संबंधित सर्वे रिपोर्ट के महत्वपूर्ण फोटो और वीडियो लीक हो गए हैं। यह सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहे हैं। वीडियो में शिवलिंग जैसी गोल आकृति समेत कई चिह्न दिख रहे हैं। इसका उल्लेख कोर्ट कमिश्नर ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में किया है।
वीडियो में मस्जिद की दीवारों पर लगभग एक दर्जन जगह उकेरे गए त्रिशूल के अलावा फूल भी नजर आ रहे हैं। वीडियो में नगर निगम के कुछ कर्मचारी वर्दी में वजूखाने का पानी निकालते दिख रहे हैं। पानी निकालने के बाद काले पत्थर की बनी शिवलिंग जैसी आकृति उभरती दिख रही है।
सोमवार देरशाम से वायरल हो रहे वीडियो को देख प्रतिवादी पक्ष के अधिवक्ताओं ने नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि सर्वे का वीडियो लीक करना अदालत के आदेश की अवहेलना है। वादी पक्ष ने कहा है कि जिला कोर्ट से उन्हें मिले लिफाफे सील हैं। ऐसे में वीडियो-फोटो का लीक होना एक बड़ा सवाल है। वे आज मंगलवार को अदालत जाकर चारों लिफाफे वापस सौंप देंगे । पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों को दंडित करने की मांग करेंगे।
उल्लेखनीय है कि वादी पक्ष की महिलाओं सीता साहू, मंजू व्यास, रेखा पाठक और लक्ष्मी देवी को सोमवार शाम जिला अदालत से सर्वे से संबंधित फोटो-वीडियो की सीडी सीलबंद लिफाफे में मिली थी। वादी पक्ष ने कहा था कि वे सर्वे से संबंधित फोटो-वीडियो कहीं सार्वजनिक नहीं करेंगी। सिर्फ मुकदमे के लिए ही फोटो-वीडियो का इस्तेमाल किया जाएगा। वीडियो लीक होने के बाद वादी पक्ष ने देरशाम मीडिया कर्मियों से कहा कि ज्ञानवापी सर्वे के फोटो-वीडियो को किसी साजिश के तहत वायरल किया गया है। हमारे चारों लिफाफे अभी भी सीलबंद हैं और उन्हें खोला भी नहीं गया है। हम लोग कोर्ट से इस प्रकरण की शिकायत करेंगे और अपने लिफाफे वापस लौटा देंगे। वादी पक्ष के अधिवक्ता विष्णु जैन ने बताया कि कोर्ट कमीशन की कार्यवाही का वीडियो कैसे लीक हुआ, यह भगवान जाने। मैंने कई चैनल पर देखा तो हतप्रभ रह गया। यह ठीक नहीं है। मंगलवार को सभी लिफाफे सौंप दिए जाएंगे।