लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तरप्रदेश एक अनंत संभावना वाला प्रदेश है। इसके पोटेंशियल को आगे बढ़ाने के लिए पहले कभी प्रयास नहीं हुए। हमने पिछले पांच वर्ष में प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दोगुना किया। वह भी तब जब दुनिया कोविड महामारी की चपेट में थी। हमने जो बाहर राज्यों से लोग आए थे, उन्हें बेहतर सुविधाएं दी। कोविड ने हमारी रफ्तार कम जरूर की लेकिन काम नहीं रुका।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक ट्रिलियन डॉलर बनाने के लिए चयनित डेलॉयट इंडिया कंसल्टेंसी के साथ अनुबंध हस्ताक्षर कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के देश की अर्थव्यवस्था पांच ट्रिलियन बनाने के मिशन में उत्तर प्रदेश एक महत्वपूर्ण सहयोगी राज्य है। डेलॉयट इंडिया के साथ एमओयू हस्ताक्षर हुआ है।
उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान कार्यालय चलते रहे। मंत्रियों, अधिकारियों के दौरे खत्म नहीं हुए। औद्योगिक इकाइयां भी चलती रहीं। कोविड के दो वर्ष हटा दें तो हमको तीन वर्ष काम करने के लिए मिले। हमने उन तीन वर्षों में ही यह कार्य किया।
योगी ने कहा कि हमारे पास सबसे फर्टाइल भूमि है। पर्याप्त सिंचाई व्यवस्था है। बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर है। बेहतरीन कनेक्टिविटी है। इंटरस्टेट कनेक्टिविटी मजबूत है। एमएसएमई ने हमारे एक्सपोर्ट को बढ़ाया है। हमे लगता है कि हम इसे हासिल कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने डेलाइट संस्था की ओर इशारा करते हुए कहा कि राज्य की दृष्टि से हम आपके कंसल्टेंसी का लाभ ले सकते हैं। हमने कार्यों को 10 सेक्टर में बांटा है और विभागीय स्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में औद्योगिक निवेश भी बढ़ रहा है। 80 हजार करोड़ के निवेश धरातल पर उतारे हैं। आपका सहयोग मिलेगा तो हम प्रधानमंत्री मोदी की मंशा को पूरा करेंगे।
उन्होंने कहा कि हमने एस्प्रेशनल क्षेत्र में भी काम करना शुरू किया है। देश के 20 जिलों में आठ जिले उत्तर प्रदेश के हैं जिन्होंने अच्छी प्रगति की है। डेलाइट इंडिया की कंसल्टेंसी का उपयोग हमारे लिए सहयोगी होगा। मुख्यमंत्री ने अपेक्षा की कि पहला प्रजेंटेशन एक थीम पर हो और फोकस सेक्टर के अनुरूप हो। कोविड के बावजूद हमने जो प्रगति की है, उस आधार पर ये कहा जा सकता है कि हमे सफलता मिलेगी।