नई दिल्ली। त्योहारी मौसम में यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे 20 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच 196 जोड़ी विशेष ट्रेनें चलाने जा रहा है। इसके लिए जोनल रेलवे के प्रस्ताव को रेल मंत्रालय से मंजूरी मिल गई है। इन ट्रेनों का किराया स्पेशल ट्रेनों के किराए के बराबर ही होगा। हालांकि, ये ट्रेनें एक सीमित समय के लिए चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों में रोजाना, हफ्ते में चार बार, हफ्ते में एक बार चलने वाली ट्रेनें शामिल होंगी।
त्योहार स्पेशल ट्रेनों का ऐलान करते हुए रेलवे ने कहा कि चूंकि ये सभी ट्रेनें सुपरफास्ट ट्रेनें होंगी, इसलिए इनकी स्पीड कम से कम 55 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। वहीं, इन ट्रेनों के टिकट की कीमत अन्य स्पेशल ट्रेनों के बराबर ही रखी जाएगी। रेलवे ने जोनल रेलवे को निर्देश दिया है कि इन ट्रेनों में एसी-3 कोच की ज्यादा संख्या के साथ चलाया जाए।
गौरतलब है कि रेलवे ने फिलहाल सभी सामान्य यात्री ट्रेनों को अनिश्चितकाल के लिए रद कर दिया है। ये ट्रेनें कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन लागू होने के बाद से 22 मार्च से रद हैं। बाद में रेलवे ने दिल्ली को देश के विभिन्न भागों से जोड़ने वाली 15 विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों ट्रेनें का संचालन 12 मई से, और लंबी दूरी की 100 ट्रेनों का संचालन एक जून से शुरू किया था। 12 सितंबर से रेलवे 80 अतिरिक्त ट्रेनें भी चला रहा है। रेलवे ने राज्य सरकारों की जरूरतों और महामारी के हालात को देखते हुए यात्री सुविधाओं की रोज समीक्षा करने का फैसला लिया है।
बता दें कि इससे पहले रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ वीके यादव ने इस माह के शुरुआत में बताया था कि हमने जोन के महाप्रबंधकों के साथ बैठक कर निर्देश दिया है कि वे स्थानीय प्रशासन से बातचीत कर कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति की समीक्षा करें। उनसे रिपोर्ट मांगी गयी है और इसी आधार पर फैसला होगा कि त्यौहारी सीजन में कितनी विशेष ट्रेनें चलायी जाएं। फिलहाल हमारा अनुमान है कि करीब 200 ट्रेनें चलेंगी, लेकिन यह संख्या और ज्यादा भी हो सकती है। उन्होंने कहा था कि जहां तक यात्री ट्रेनों की बात है, हम ट्रेनों की जरूरत, रेल ट्रैफिक और कोविड-19 के हालात की रोज समीक्षा करेंगे। जहां भी जरूरत होगी, हम ट्रेनें चलाएंगे।