भोपाल। 37 दिनों के बाद मध्यप्रदेश में फिर से रात का कर्फ्यू लागू हो गया है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि कोविड के मामलों में वृद्धि की आशंकाओं के बीच राज्य भर में रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू लागू होगा क्योंकि देश भर में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल प्रभाव से इसे लागू करने की बात कही है. मध्य प्रदेश में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट का कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है लेकिन सरकार ने ऐहतियात के तौर पर सख्त उपाय लागू करने का फैसला लिया है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है, ‘हम रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू लागू कर रहे हैं. यह चिंताजनक है कि महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली में और मामले सामने आ रहे हैं. मध्यप्रदेश में भी 24 घंटे में 30 मामले पाए गए हैं. ओमिक्रॉन देश के 16 राज्यों में आ चुका है. इसके मध्यप्रदेश में भी आने की आशंका है. अगर पूरी दुनिया को देखें तो ओमिक्रॉन बहुत तेजी से बढ़ रहा है. इसलिए हालात को देखते हुए मुझे अंतरात्मा से लगता है कि हमें कोरोना की तीसरी लहर को रोकना है. हमें सारे जरूरी उपाय करना है. मेरी आपसे प्रार्थना है कि आप देर न करें. मास्क जरूर पहनें. सोशल डिस्टेंस रखें. अनावश्यक भीड़ में न जाएं. वैक्सीन ज़रूर लगवाएं. अगर कोई अपने घर में संक्रमित हो जाता है, उसे अलग से रखने की जगह नहीं है, तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा. हमने पहले ही तय कर लिया था कि स्कूल में जो हमारे बच्चे हैं वो 50% संख्या में ही जाएंगे ताकी वहां सोशल डिस्टेंसिंग बनी रह सके.’
मंत्रालय में कोरोना संक्रमण नियंत्रण एवं टीकाकरण की समीक्षा बैठक जिसमें चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान उपस्थित थे उन्हें संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में कोरोना का वैक्सीनेशन कम हुआ है, वहां के प्रभारी अधिकारी इस पर विशेष ध्यान देकर कार्य करना सुनिश्चित करें. टीकाकरण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्य है. एक-एक व्यक्ति को ढूंढकर टीका लगायें. अभियान लगातार चलता रहे. इस कार्य में कोई कोताही नहीं बरतें. पहले चरण में रोकने-टोकने का अभियान शुरू करें. मास्क नहीं लगाने वालों को मास्क लगाने के लिए प्रेरित करें. सोशल डिस्टेंसिंग एवं अन्य सावधानियां भी रखी जाये.
उन्होंने कहा कि मास्क के लिए रोका-टोकी और टीकाकरण के दोनों डोज लगवाने के लिए नागरिकों को प्रेरित करें. साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि दोनों डोज लगवाने वाले ही नये साल के उत्सव कार्यक्रम, जिम, सिनेमा हॉल आदि स्थानों पर जाएं. सरकारी कर्मचारियों को भी वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें. बिना वैक्सीन के वेतन नहीं दिया जाये.