उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में भारत की अध्यक्षता में जी 20 प्रेसीडेंसी की बैठक में चर्चाओं का दौर आज संपन्न हुआ ।समावेशी विकास, बहुपक्षवाद, और महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के साथ-साथ खाद्य, ईंधन और उर्वरक, पर्यटन तथा संस्कृति के प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर महत्वपूर्ण बातचीत तीसरे दिन मुख्य आकर्षण रही। मंगलवार को उदयपुर की शेरपा बैठक के सभी पांच मूल सत्रों का समापन हुआ। जी 20 शेरपा अमिताभ कांत ने चर्चा की शुरुआत करते हुए, कृषि, व्यापार और निवेश, रोजगार, भ्रष्टाचार-विरोध, पर्यटन और संस्कृति विषयों पर छह अलग-अलग कार्य समूहों के साथ-साथ भारत की जी 20 प्राथमिकताओं की विहंगम जानकारी दी और उनमें आपसी सहकार प्रयासों को मजबूत करने पर जोर दिया। शेरपा बैठक के दो दिनों से चल रहे पांच मूल सत्र संपन्न हो गये। पिछले तीन दिनों के उपयोगी विचार-विमर्श को आगे बढ़ाते हुए, भारत के जी 20 शेरपा ने चर्चा के प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला और जी 20 देशों की सामूहिक कार्रवाई को सुदृढ़ करने की आवश्यकता पर बल दिया। भारत की अध्यक्षता का व्यापक थीं – वसुधैव कुटुम्बकम – एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य – समूची कार्यवाही के दौरान गूंजता रहा।