नई दिल्ली। भारत ने पड़ोसी देश श्रीलंका को आधारभूत ढांचे के विकास के लिए शुक्रवार को 40 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही भारत श्रीलंका को आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए पांच करोड़ डॉलर की धनराशि भी देगा। किसी देश को आतंकवाद के खिलाफ सक्षम बनाने के लिए भारत की ओर से यह आर्थिक सहायता संभवत: पहली बार दी जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत यात्रा पर आए श्रीलंका के नवनियुक्त राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के साथ हैदराबाद हाउस में डेढ़ घंटे चली द्विपक्षीय वार्ता के बाद साझा पत्रकार वार्ता में भारतीय ऋण सहायता की घोषणा की। भारत और श्रीलंका ने मछुआरों के संबंध में मानवीय आधार पर फैसला लेने के साथ ही आतंकवाद से मुकाबला और देश के आर्थिक विकास को गति देने सहित तमाम द्विपक्षीय मुद्दों पर मिलजुल कर काम करने पर सहमति जताई है।
भारत और श्रीलंका ने इस बात पर सहमति जताई कि जब मछुआरों पर कोई फैसला लेना होगा तो मानवीय पहलू को प्रमुखता दी जाएगी। राजपक्षे ने आश्वासन दिया कि श्रीलंका में पकड़े गए भारतीय मछुआरों की सभी नाव को छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत ने श्रीलंका द्वारा नौकाओं को रखे जाने का मुद्दा उठाया। हम अपने हिरासत में रखे गए नौकाओं को जल्द छोड़ने को लेकर काम करेंगे। मोदी ने कहा कि मछुवारों की आजीविका को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर हमारे बीच सहमति है कि हम इस मामले में रचनात्मक और मानवीय दृष्टिकोण जारी रखेंगे।
श्रीलंका में इस साल 21 अप्रैल को इसाइयों के पवित्र त्योहार ईस्टर के मौके पर जिहादी आतंकवादियों द्वारा चर्च पर किए गए हमलों के बाद श्रीलंका आतंकवाद के नये खतरे का सामना कर रहा है। ऐसे आतंकवाद से लड़ने का भारत का पुराना अनुभव है तथा वह अपने पड़ोसी देश को इस संबंध में आर्थिक सहायता के साथ ही वहां के सुरक्षा कर्मियों को प्रशिक्षण भी प्रदान कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए 2865 करोड़ रुपये (400 मिलियन डॉलर) के कर्ज की सुविधा (लाइन ऑफ क्रेडिट) दी जाएगी। 716 करोड़ रुपये (100 मिलियन डॉलर) का कर्ज सोलर परियोजना पर खर्च करने लिए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की नेबरहुड फर्स्ट (पड़ोस पहले) नीति और सागर डॉक्ट्राइन के अनुरूप हम श्रीलंका के साथ अपने संबंधों को प्राथमिकता देते हैं। मोदी ने कहा कि आपसी सुरक्षा के लिए और आतंकवाद के विरुद्ध आपसी सहयोग को और मजबूत करने के लिए राष्ट्रपति राजपक्ष के साथ विस्तार से चर्चा की। प्रमुख भारतीय संस्थानों में श्रीलंका के पुलिस अधिकारी आतंकवाद निरोधी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। आतंकवाद से निपटने के लिए श्रीलंका को 50 मिलियन डॉलर का विशेष ऋण दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि श्रीलंका सरकार तमिलों की समानता, न्याय, शांति और सम्मान की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए समाधान की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगी। मोदी ने चुनाव में निर्णायक जीत के लिए राष्ट्रपति राजपक्षे को बधाई देते हुए कहा कि श्रीलंका में लोकतंत्र की मजबूती तथा परिपक्वता गर्व और खुशी का विषय है। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए सम्मान की बात है कि राष्ट्रपति राजपक्ष ने अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए भारत को चुना। उन्होंने कहा कि हमें खुशी है कि भारतीय आवास योजना के अंतर्गत श्रीलंका के उत्तरी और पूर्वी प्रांतों में आंतरिक विस्थापितों के लिए 46,000 घर बन चुके हैं। भारतीय मूल के तमिलों के लिए 14,000 घरों के निर्माण में अच्छी प्रगति हो रही है।