नई दिल्ली। पाकिस्तान और चीन ने सीमाओं पर गतिविधियां बढ़ा दी हैं। इसके मद्देनजर भारतीय सेना के शीर्ष अधिकारी सोमवार को हाई लेवल बैठक करेंगे। कमांडरों के इस सम्मेलन के दौरान सीमा पर सुरक्षा स्थिति को लेकर चर्चा होगी। बता दें कि यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब पाकिस्तानी सेना नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रही है और भारत में आतंकवादियों को घुसाने के फिराक में है। वहीं चीन ने भी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) अपने सैनिकों को तैनात करना जारी रखा है
सरकारी सूत्रों ने समाचार एजेंसी को बताया कि सेना के कमांडरों का सम्मेलन में चीन के साथ उत्तरी सीमाओं पर वर्तमान स्थिति और पश्चिमी मोर्चे पर आतंकी समूहों के समर्थन में पाकिस्तानी सेना की कार्रवाई पर चर्चा होगी। इसके अलावा पंजाब और आसपास के क्षेत्रों में पाकिस्तान सेना और वहां की खुफिया एजेंसी आइएसआइ की गतिविधियों के साथ-साथ देश के सामने आने वाली अन्य सुरक्षा चुनौतियों पर भी ध्यान होगा।
एलएसी पर चीनी सेना के खिलाफ सख्त रुख
भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीनी सेना के खिलाफ बहुत सख्त रुख अपनाया है। वहां किसी भी संभावित दुस्साहस का जवाब देने के लिए भारी संख्या में सैनिकों को तैनात किया गया है। बता दें कि डेढ़ साल से भी ज्यादा समय से एलएसी पर तनाव जारी है। गलवन घाटी में दोनों सेनाओं के बीच पिछले साल जून में खूनी झड़प भी हुई थी। गतिरोध सुलझाने के लिए दोनों देशों के बीच 13 दौर की सैन्य वार्ता हो चुकी है, पर स्थिति में सुधार नहीं है।
नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन कर रहा पाकिस्तान
पाकिस्तान के मोर्चे पर भी सितंबर के आखिर से गतिविधियां काफी बढ़ गई हैं। नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन और कश्मीर घाटी में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखने को मिली है। सुरक्षाबलों ने आतंकी गतिविधियों के खिलाफ भी कड़े कदम उठाए हैं और कई आतंकी कमांडर मुठभेड़ में ढेर हुए हैं।