नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए पेट्रोल के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल होने वाले इथेनॉल की कीमत में बढ़ोतरी की है। इस वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए 50 पैसे से 2 रुपये प्रति लीटर तक बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी गई। इसका फायदा सीधे किसानों को हाेगा।
केन्द्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बैठक कर उक्त आशय के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की। इस फैसले से चीनी के बफर स्टॉट के निपटने और किसानों का बकाया भुगतान करने में मदद मिलेगी।
इथेनॉल ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। गन्ने की फसल का इथेनॉल बनाने में उपयोग से किसानों को एक तरफ लाभ मिलता है तो दूसरी ओर देश का तेल आयात पर निर्भरता कम होती है।
सरकार के अनुसार सी हैवी गुड़ से बनने वाले इथेनॉल की कीमत प्रति लीटर 43.46 रुपये से बढ़कर 43.75 रुपये प्रति लीटर, बी हैवी मोलसेस से बने इथेनॉल की कीमत 52.43 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 54.27 रुपये प्रति लीटर की जाएगी। गन्ने के रस व चीनी से इथेनॉल की कीमत 59.48 रुपये प्रति लीटर पर तय की जाएगी, इसके अतिरिक्त, जीएसटी और परिवहन शुल्क भी देय होगा।