नई दिल्ली। सरकार जन धन खाताधारकों को बीमा सुरक्षा देगी। इसके तहत उन्हें प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के दायरे में लाया जाएगा। यह घोषणा प्रधानमंत्री जन धन योजना की छठी वर्षगांठ के मौके पर की गई है। इन छह वर्षो में इस योजना के तहत देश के 40 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक खाते खोले जा चुके हैं।
वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जन धन योजना में से योग्य खाताधारकों को जीवन ज्योति बीमा योजना और सुरक्षा बीमा योजना की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। जीवन ज्योति बीमा योजना के तहत 18-50 वर्ष आयुवर्ग के बैंक खाताधारकों को एक वर्ष के लिए सिर्फ 330 रुपये के प्रीमियम पर दो लाख रुपये तक की जीवन बीमा सुरक्षा मुहैया कराई जाती है।
इसमें खाताधारक की किसी भी तरीके से मृत्यु होने पर यह रकम उसके निकटतम आश्रित को दी जाती है। प्रीमियम की रकम सीधे लाभार्थी के खाते से हर वर्ष काट की जाती है। वहीं, सुरक्षा बीमा योजना 18-70 वर्ष आयुवर्ग के बैंक खाताधारकों के लिए है। इसके तहत सिर्फ 12 रुपये के प्रीमियम में एक वर्ष के लिए दो लाख रुपये तक की दुर्घटनावश मृत्यु तथा एक लाख रुपये तक की दिव्यांगता बीमा सुविधा मुहैया कराई जाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने अपने पहले कार्यकाल की शुरुआत में वर्ष 2014 में ही इस योजना को लांच किया था। यह तत्कालीन सरकार की पहली सबसे महत्वाकांक्षी जन योजनाओं में एक थी। इसका मकसद हर उस भारतीय को बैंकिंग सेवा की मुख्यधारा में लाना था, जिसका कोई भी बैंक अकाउंट नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट के माध्यम से कहा कि जिनके बैंक अकाउंट नहीं हैं, उन्हें बैंकों से जोड़ने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य के साथ छह वर्ष पहले आज ही के दिन प्रधानमंत्री जन धन योजना शुरू की गई थी। यह पहल महत्वपूर्ण बदलाव लाने वाली रही, गरीबी उन्मूलन की कई पहलों की नींव साबित हुई और इसने करोड़ों लोगों को लाभ पहुंचाया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री जन धन योजना का शुक्रिया जिसकी वजह से बहुत से परिवारों का भविष्य सुरक्षित हुआ।’
गौरतलब है कि अब तक खोले गए 40 करोड़ से अधिक जन धन खातों में से 63 प्रतिशत से अधिक खाताधारक ग्रामीण इलाकों के हैं। इनमें से करीब 55 प्रतिशत महिलाएं हैं। इस योजना की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही है कि गरीबों को मिलने वाले सभी तरह के फायदे सरकार जन धन खातों के माध्यम से सीधे उन तक पहुंचाने लगी है।