कोरोना संकट के बीच भारत के प्रसिद्ध धामों, बदरीनाथ और केदारनाथ के दर्शन को जाने वाले श्रद्धालुओं की अधिकतम सीमा में बढ़ोतरी करते हुए उसे अब प्रतिदिन 300 कर दिया गया है. उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड द्वारा जारी ताजा आदेश के अनुसार, गंगोत्री धाम के लिए श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या 900 और यमुनोत्री धाम के लिए 700 कर दी गयी है. इसमें उन श्रद्धालुओं की संख्या शामिल नहीं है जो हेलिकॉप्टर से दर्शन के लिए आ रहे हैं.
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से उत्तराखंड के धार्मिक स्थानों में श्रद्धालुओं की संख्या को सीमित कर दिया गया था. रविवार को उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड की बैठक में यात्रियों की संख्या बढ़ाने का फैसला किया गया.
इधर बोर्ड ने एक और फैसला लिया है. इसके बाद दोपहर 2 बजे बाद यात्री केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान नहीं कर सकेंगे. मौसम और यात्रियों की अन्य सुविधाओं को देखते हुए प्रशासन ने ये निर्णय लिया है. केदारनाथ में यात्रियों के रुकने के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम को टेंट कॉलोनी बनाने के निर्देश दिए गए हैं. यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखकर डीडीआरएफ और पुलिस की अतिरिक्त तैनाती केदारनाथ में कर दी गई है. बता दें कि फिलहाल केदारनाथ में 2 हजार लोगों के लिए रुकने की व्यवस्था है.
बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने कहा कि जब से केदारनाथ आने के लिए RT-PCR टेस्ट के निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म की गई, उसके बाद लगातार ई पास के लिए बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे थे.