यूपी पुलिस अपने अजीबो-गरीब कारनामों के लिए हमेशा चर्चा में बनी रहती है. ताजा मामला औरैया पुलिस का आया है, जहां एक मृत महिला से शांति भंग होने का खतरा है. पुलिस ने मृतक महिला को कानून व्यवस्था कायम रखने के मद्देनजर 107/16 में पाबंद कर दिया है. इस मामले का खुलासा तब हुआ जब उपजिलाधिकारी कार्यालय का पेशकार ने महिला का नाम कोर्ट में उपस्थित दर्ज करवाने के पुकार करता रहा. जब मृत महिला से कानून व्यवस्था का खराब होने की खबर मीडिया में आई. तो पुलिस अधिकारियों ने जांच के आदेश दे दिए.
औरैया जनपद की एरवाकटरा पुलिस ने जो कारनामा किया है, उसकी चारों तरफ चर्चा है. दरअसल एरवाकटरा थाना के उमरेन इलाके में एक प्लाट पर कुछ दबंगों ने कब्जा करने की कोशिश की. तो पीड़ित विजय बाथम ने एरवाकटरा पुलिस से शिकायत की. लेकिन पुलिस ने विजय बाथम को ही हिरासत में लेकर शांतिभंग की धारा में चालान कर दिया. साथ ही पीड़ित विजय बाथम की मृत पत्नी मिथलेश कुमारी को भी शांतिभंग में पाबंद कर दिया.
मृतक महिला को कोर्ट में पेशी के लिए बुलाया
विजय बाथम को जब पुलिसकर्मी उपजिलाधिकारी कोर्ट लेकर पहुंचे तो उसकी फाइल पर पेशकार ने मिथलेश कुमारी को कोर्ट में उपस्थिति होने के लिए पुकार लगाई. लेकिन वह उपस्थित नहीं हुई. इसके बाद विजय बाथम को बुलाया गया तो उससे मिथलेश कुमारी के कोर्ट में हाजिर न होने का कारण पूछा तो उसने बताया कि उसकी पत्नी तो 10 साल पहले ही मर चुकी हैं. इस बात की खबर से कोर्ट परिसर में अफरा- तफरी मच गई. पीड़ित का कहना है पुलिस ने दबंगों के इशारे पर उसके खिलाफ कार्रवाई की.
पुलिस ने जांच के आदेश दिए
जब पुलिस अफसरों से इतनी बड़ी गलती के बारे पूछा कि इतनी बड़ी गलती कैसे हो गई. इस पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस पूरे मामले पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.