बता दें कि राज्य में तेजी से अचानक बढ़ते संक्रमण को देखते हुए हेमंत सरकार ने विभिन्न विभागों से सुझाव मांगे हैं। साथ ही इसके मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड के अपने लोगों से अनुरोध किया है कि लॉकडाउन की किसी भी अफ़वाह पर ध्यान ना दें सरकार आज उचित फैसला लेगी जो राज्य के लोगों के लिए सभी तरीके से बेहतर होगी। साथ ही मास्क के बिना घरों से बाहर ना निकलने और घर के बुजुर्गों एवं बच्चों का विशेष ध्यान रखने को कहा है।
बिहार और बंगाल में कोरोना की भयानक स्थिति को देखते हुए झारखंड में भी पाबंदियों या यूं कहे की मिनी लॉकडाउन लगाने का सुझाव दिया गया हैं। अब देखना यह है कि झारखंड सरकार क्या अन्य राज्यों के जैसे लॉकडाउन का फैसला लेती है या नाइट कर्फ्यू लगाती है।