रांची। “बुक्स एंड पीरिओडिकल ” ने पुस्तक पढ़ने की जागरूकता को पैदा करने के लिए , ‘पुस्तक पढ़ने के अहमियत ‘ पर एक्सपर्ट टॉक शो का आयोजन किया। माया वर्मा (एलएमसी सदस्य) और ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल जूनियर विंग की प्रिंसिपल रश्मि बक्शी, इस अवसर की अतिथि थी।
इस मौके पर मौजूद माया वर्मा और रश्मि बक्शी ने कहा कि रीडिंग एक ऐसा माध्यम है जिससे बच्चों के कम्युनिकेशन स्किल्स, शब्दावली में सुधार आता है। आज के दौर में देखा गया है कि बच्चों के अंदर पढ़ने की आदत अब ख़त्म हो गयी है। ऑनलाइन माध्यम से किताबों को पढ़ना आसान समझते हैं पर ऑनलाइन माध्यम शारीरिक नुकसान भी पैदा करता है। ई- किताबें केवल एक व्यक्ति को जोड़ती हैं, लेकिन पेपर बुक पाठकों से अधिक जुड़ती हैं। ई-किताबें कभी भी पेपर बुक का स्थान नहीं ले सकती हैं। पेपर बुक अभी भी पाठकों के बीच एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
वक्ताओं ने कहा कि इस आदत को सुधार लाने में सबसे पहली भूमिका अभिभावकों को निभानी चाहिए। बचपन से ही किताबों को पढ़ने की आदत बच्चों के अंदर अभिभावकों को पैदा करनी चाहिए। घरों में पढ़ने का माहौल बनाए। आपके बच्चे ने जो भी पढ़ा है, उस पर चर्चा करें। इससे बच्चे और अभिभावकों के बीच के सम्बन्ध को बना के रखता है। पढ़ने की आदतों को विकसित करने के लिए शिक्षक भी एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। शिक्षक बच्चों से क्लासरूम में लाउड रीडिंग करवाए, जिससे उनके अंदर आत्मविश्वास बना रहे साथ ही कम्युनिकेशन स्किल्स में भी सुधार आए।
बुक्स एंड पीरिओडिकल के निदेशक निशांत अहूजा ने बताया कि आज कल देखा गया है कि आज की पीढ़ी के अंदर पढ़ने की आदत ख़त्म हो गई है। ऑनलाइन माध्यम से किताब पढ़ना आसान समझते हैं। बुक पाठकों को कंटेंट से जोड़ के रखता है। देखा गया है कि कीमत ज्यादा होने की वजह से हर कोई बुक नहीं खरीद पाते हैं, पर बुक्स एंड पीरिओडिकल किफायती मूल्य में किताबें उपलब्ध कराता है जिससे हर वर्ग के लोग और उनके बच्चे भी बुक पढ़ सकते हैं।
बुक्स एंड पीरिओडिकल पिछले तीन दशकों से रांची में अपनी पहचान बना के रखे हुए हैं। बुक्स एंड पिरिओडिकल पूरे भारत की स्कूल लाइब्रेरी में अपनी सेवा प्रदान करता है। बुक्स एंड पीरिओडिकल ने लगभग दो साल पहले बुक लवर्स के लिए दूसरा आउटलेट शुरू किया है। इस बुक स्टोर में 1000 से अधिक प्रकाशक के बुक , 3000 से भी ज्यादा विभिन्न श्रृंखलाएं और 20,000 से अधिक विभिन्न शीर्षक मिलेंगे।