खूँटी। जिले मुरहू प्रखण्ड के एक साबू परिवार में विगत 60 वर्षों से मां भगवती की आराधना अपने घर में होती आ रही है। नवरात्र में मां दुर्गा की आराधना तो सभी जगह हो रही है। लेकिन इस परिवार में एक खास परम्परा है वो है मां को ज्योत दिखाना। मुरहू के इस घर में नवरात्र के दौरान विगत तीन पीढ़ी से ही पुरोहित द्वारा पूजा आराधना कराते आ रहे हैं। लेकिन इसी आराधना का एक भाग है ज्योत दिखाना । जो कि गोबर का उपला (गोइठा) को पूरा जलाकर उसी में घी डालकर दीप ज्योत प्रज्वलित किया जाता है। और उसी से मां का आवाहन किया जाता है। इसके पूर्व पुरोहित द्वारा दुर्गा सप्तशती पाठ विधि विधान से किया जाता है। इस अनुष्ठान का आरम्भ 1958 के दशक में हुआ था। जिसकी शुरुआत स्व डुंगरमल साबू के द्वारा किया गया था। इसपर श्रीमती शारदा शाबू ने बताया कि दादा श्वसुर के कालक्रम से पूजा अर्चना चलते आ रहा है। जिसमें आचार्यों पुरोहितों के द्वारा नौ दिनों तक मां की आराधना कराने की परम्परा रही है। और ये ज्योत घर के बड़े वंशज करते आ रहे हैं।
इस ज्योत पूजन परम्परा में अरुण साबू , व पूरे परिवार उपस्थित होते हैं।