हजारीबाग। समाज में पिछले कुछ वर्षाे से जीवन के दैनिक कार्याे में तेजी से सोशल मीडिया का अधिकाधिक प्रयोग बढ़ता जा रहा है। आने वाले समय में इसका महत्व और अधिक होने की सम्भावना प्रबल है। प्रहरी संगिनियों व उनके परिजनों को इसके अधिकाधिक सदुपयोग के दौरन रखी जाने वाली सावधानियों और जालसाजी से बचाव के पहलुओं पर सजग कराने के उद्देश्य से बावा, बल मुख्यालय, सीमा सुरक्षा बल, नई दिल्ली के दिशा-निर्देशों पर बावा, मेरू के तत्वावधान में सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग के समय सम्भावित जालसाजी एवं सोशल मीडिया के नकारात्मक पहलुओं पर सजग करने के लिए एक विशेष व्याख्यान का आयोजन शुक्रवार को परिवार कल्याण केन्द्र, मेरू में किया गया।
डॉ प्रेमा गांधी, बावा अध्यक्षा, टीसीएस एवं ऋतंभरा शर्मा, बावा अध्यक्षा, एसटीसी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती ऋतंभरा शर्मा, अध्यक्षा बावा, एसटीसी ने की। संस्थान के आईटी आधिकारी द्वारा दिए गए व्याख्यान के बाद श्रीमती शर्मा ने सभी प्रहरी संगिनियों को विषय के महत्वपूर्ण पहलूओं को दोहराते हुए सोशल मिडिया का प्रयोग इन्हे जहन में रखते हुए करने की सलाह दी।
इसके सकारात्मक पहलूओं में, सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं से पूर्ण लाभ के लिए सोशल मीडिया के प्रयोग पर जोर दिया। उन्होनें देशहित में सोशल मीडिया के प्रयोग से दुनिया के सामने भारत की बेहतर तस्वीर पेश करनें का आह्वान भी किया ।
श्री रवि गांधी, महानिरीक्षक, टीसीएस नें मेरू परिवार को अपने प्रेषित संदेश में कहा की, विगत कुछ वर्षाें से सोशल मीडिया के उपयोग में अप्रत्याशित रूप से वृद्वि हुई है। इस प्लेटफार्म पर समूची दुनिया एक साथ जुड़ी है। सोशल मीडिया प्रचार प्रसार का बहुत ही तेज़ और सशक्त माध्यम है जिसका प्रभाव हर व्यक्ति पर पड़ता ही है। एक बटन दबाने भर से ही हमारे समक्ष किसी भी प्रकार की जानकारी/सूचना गन्तव्य तक तो पहुंच ही जाती है परन्तु दुसरों को भी अनायास ही जा सकती है। अतः सोशल मीडिया के उपयोग से पहले हम जानकारी/सूचना साझा करने के सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों की जाँच कर लें।
वहीं इस डिजिटल युग और ई-गवर्नेन्स के दौर में सोशल मीडिया एक अतुलनीय वरदान भी है, जो समाजिक विकास में अपना अभूतपूर्व योगदान देता है। वर्तमान कोविड परिवेश में शिक्षा, व्यवसाय, खरीद-फरोख्त, लेन-देन, बैंकिग, कई प्रकार की बुकिंग, आवेदन आदि, हर क्षेत्र में इसका प्रयोग बहुत ही सहज हो रहा है। हमे लगातार सावधान और सजग रहने की जरूरत है। हम आज ही से सोशल मीडिया का बेहतर प्रयोग करें ताकि आने वाली पीढ़ी को हम एक अनुशासित और साफ- सुथरा माहौल मुहैया करा सकें।