खूंटी। पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया(पीएलएफआई) उग्रवादियों को कारतूस, जैकेट सहित अन्य सामान पहुंचाने जा रहे दो सहयोगियों को पुलिस ने रविवार की रात को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार लोगों में संतोष लोमगा और कड़िया हपदगड़ा हैं। संतोष पश्चिमी सिंहभूम जिले के बंदगांव थाना क्षेत्र के सिंयाकेल का रहने वाला है, जबकि कडिया हपदगड़ा उसी थाना क्षेत्र के हुवांगडीह गांव का रहने वाला है। सोमवार को खूंटी थाने में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि गिरफ्तार दोनों सहयोगी उग्रवादियों के लिए लेवी वसूलने का काम करते थे।
एसडीपीओ ने बताया कि ने पुलिस को रविवार की शाम को लगभग सात बजे गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफाआई के जेानल कमांडर संतोष कंडुलना और मुरहू के एरिया कमांडर सुखराम गुड़िया उर्फ रोड़े के सक्रिय सहयोगी संतोष लोमगा और कड़िया हपदगड़ा रांची से अवैध कारतूस, पीएलएफआई पर्चा, रसीद और अन्य सामान लेकर खूंटी की ओर आ रहे हैं। वे जोनल कमांडर संतोष कंडुलना को सामान पहुंचाने जा रहे हैं। सूचना के आलोक में पुलिस ने छापामरी दल का गठन कर रांची-खूंटी रोड पर तजना पुल के पास मोहन बस के पार्किंग स्थल पर एंबुलेस लगाकर उग्रवादियों का इंतजार करते रहे।
रात लगभग पौने नौ बजे पुलिस ने रांची से आ रही एक संदिग्ध बाइक को रुकने का इशारा किया, पर बाइक सवार दो लोग बाइक से उतर कर भागने लगे। पुलिस ने दौड़ाकर दोनों को पकड़ लिया। बाद में उनकी पहचान संतोष लोमगा और कड़िया हपदगड़ा के रूप में हुई। तलाशी के दौरान उनक के पास से एके47 के छह जिंदा कारतूस, पीएलएफआई के पर्चे, रसीद, वुडलैण्ड कंपनी के दो नये जैकेट, काला रंग के दो पीटू बैग, हीरो एक्स्ट्रीम बाइक और नकद दस हजार रुपये बरामद किये गये। छापामारी दल में एसआई विश्वजीत ठाकुर, विष्णु कुमार, विवेक प्रशांत, जयनाथ ठाकुर, नवीन कुमार के अलावा सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।