रांची। पुलिस ने जमशेदपुर के गोलमुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पुलिस लाइन के क्वार्टर में महिला सिपाही सविता रानी हेंब्रम, वृद्ध मां और नाबालिग बेटी गीता हेंब्रम की हत्या का खुलासा कर दिया है। मामले में पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले सोनारी कागलनगर के रहने वाले एसएसपी के चालक कांस्टेबल रामचंद्र सिंह जामुदा को गिरफ्तार कर लिया है।
रविवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए एसएसपी प्रभात कुमार ने पत्रकारों को बताया कि हत्या के पीछे प्रेम प्रसंग का मामला है। एसएसपी ने बताया कि उनके चालक आरक्षी रामचंद्र सिंह जामुदा ने ही हत्याकांड को अंजाम दिया है। उसका महिला कांस्टेबल के साथ प्रेम प्रसंग था। किसी दूसरे से दोस्ती होने की बात पर गुस्से में आकर कांस्टेबल ने वारदात को अंजाम दिया।
एसएसपी ने बताया कि 21 जुलाई की रात गोलमुरी पुलिस लाइन स्थित बंद फ्लैट से एसएसपी कार्यालय में पदस्थापित महिला सिपाही, उसकी नाबालिग बेटी और बुजुर्ग मां का शव मिला था। इस मामले में पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच शुरू की थी। एसएसपी ने बताया कि रामचंद्र सिंह जामुदा के साथ महिला सिपाही सविता से छह वर्षों से संंबंध। दोनों साथ में रहते भी थे। इधर, रामचंद्र सिंह जामुदा को शक हो गया था कि सविता का किसी अन्य युवक से भी संबंध है। वह सविता के मोबाइल फोन का कॉल डिटेल भी चेक करता था।
किसी दूसरे युवक के साथ सविता की दोस्ती उसे पसंद नहीं थी, जिसके कारण कांस्टेबल ने युवक को रास्ते से हटाने की योजना बनाया। उसी नियत से रामचंद्र जामुदा 19 की रात सविता की फ्लैट में गया, लेकिन उस रात सविता का दोस्त घर नहीं आया और इस बात पर सविता के साथ उसकी कहासुनी होने लगी। इसी दौरान गुस्से में आकर उसने लोहे की रॉड से सविता के सिर पर हमला कर दिया।
इधर, दूसरे कमरे में सो रही बेटी और सविता की बुजुर्ग मां आवाज सुनकर बाहर निकली और विरोध किया तो रामचंद्र जामुदा ने उनपर भी लोहे के रॉड से हमला कर दिया। लोहे की रॉड से लगातार प्रहार करने से सविता उसकी बेटी और मां की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद जामुदा फ्लैट में बाहर से ताला लगाकर चला गया। एसएसपी ने बताया कि 20 जुलाई को रामचंद्र डयूटी पर आया था।
इधर, एसआईटी की टीम प्रेम प्रसंग और पारिवारिक विवाद दोनों मामले को लेकर अनुसंधान कर रही थी। प्रेम प्रसंग में रामचंद्र जामुदा का नाम सामने आया। उन्होंने बताया कि मामले में छह लोगों को पूछताछ में हिरासत में लिया गया था। 22 जुलाई को रामचंद्र जामुदा डयूटी पर नहीं आया, जिसके बाद पुलिस छापामारी की और उसे गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल लोहे का रॉड और पहने हुए कपड़े बरामद किया गया। पूछताछ में रामचंद्र जामुदा ने अपना जुर्म कबूल किया है।