रांची। कोरोना काल में ऑनलाइन टीचिंग प्रैक्टिस से पुरा कराए जा सकते हैं बीएड के स्कूल अभ्यास पाठ्यक्रम। स्कूल इंटर्नशिप कोर्स को पूरा करने के लिए हाईस्कूल एवं प्लस टू स्कूलों के द्वारा संचालित ऑनलाइन कक्षाओं से बीएड के प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे छात्रों को जोड़कर अभ्यास पाठ्यक्रम को पूरा किया जा सकता है। उक्त बातें आज पटना विश्वविद्यालय शिक्षा संकाय द्वारा आयोजित वर्चुअल बैठक में रांची महिला महाविद्यालय के शिक्षाशास्त्र विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ.सचिन कुमार कहीं।
पटना ट्रेनिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आशुतोष कुमार ने शिक्षा संकाय के इस वर्चुअल बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि बीएड पाठ्यक्रम में एनसीसी और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के प्रावधानों को शामिल किया जाएगा साथ ही कोरोना महामारी से उत्पन्न स्थितियों में बीएड पाठ्यक्रम के लोड को कम किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूजीसी के दिशा निर्देशों के मद्देनजर एनसीसी को बीएड पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है यह एकेडमिक काउंसिल से पास है। अब राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पूरे देश में लागू हो चुका है एवं इसके प्रावधानों के मद्देनजर नीति के अधिकांश प्रावधानों को लागू किया जाएगा बैठक में कई अन्य एजेंडे पर विचार विमर्श किया गया जिसमें ऑनलाइन टीचिंग और ऑनलाइन स्कूल इंटर्नशिप के साथ-साथ भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप बीएड के पाठ्यक्रम का उन्नयन करना भी शामिल है।
इस वर्चुअल बैठक में पटना ट्रेनिंग कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आशुतोष कुमार, वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज, पटना की प्राचार्या डॉ. मुनव्वर जहां, बी.आर.ए.बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर के शिक्षा संकायाध्यक्ष डॉ. ए.आर. खान, डॉ. गौरी ब्रह्मानंद टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज, दरभंगा के प्राचार्य डॉ. कुमार संजीव, नालंदा कॉलेज, बिहारशरीफ के शिक्षाशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. ध्रुव कुमार एवं झारखंड के रांची वीमेंस कॉलेज, के शिक्षाशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ. सचिन कुमार शामिल हुए।