रामगढ़| रामगढ़ की धरती ऐतिहासिक रही है। लेकिन कोरोना के गाइडलाइन ने यहां की संस्कृति और सांप्रदायिक भाईचारे पर भी पहरा लगा दिया है। इस बार भी ना तो सरहुल में नृत्य होगा, ना ही रामनवमी में जुलूस निकलेगा। इन सबके अलावा पवित्र रमजान महीने पर भी कोरोना गाइडलाइन का पहरा रहेगा। इन सभी त्योहारों के मौके पर कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के लिए डीसी संदीप सिंह और एसपी प्रभात कुमार ने अभी से तैयारी कर ली है। सोमवार को उन दोनों ने आपस में वर्चुअल मीटिंग की और इस बात का ऐलान किया कि त्योहारों में अधिकारी गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के लिए अभी से मुस्तैद हो जाएं।
बैठक के दौरान डीसी संदीप सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है, ऐसे में सरहुल, रामनवमी तथा रमजान पर्व के दौरान भारी मात्रा में लोगों के संक्रमित होने की संभावना है। डीसी और एसपी द्वारा सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों, अंचल अधिकारियों, थाना प्रभारियों आदि को उनके क्षेत्रों में धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों आदि के साथ शांति समिति की बैठक का आयोजन करने एवं उन्हें घर के अंदर रहकर ही नमाज अदा करने, सरहुल तथा रामनवमी पर्व मनाने के प्रति जानकारी देने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार किसी भी तरह के पर्व के आयोजन के दौरान रैली, जुलूस सहित किसी भी प्रकार का आयोजन जिसमें बड़ी संख्या में लोग एक जगह इकट्ठा हो पर पूरी तरह से रोक है। इनके द्वारा भी दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया जाता है उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।