रांची। रांची के सांसद संजय सेठ की अध्यक्षता में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक मंगलवार को समाहरणालय में हुई। बैठक में एनएच अधिकारी, मेयर, नगर आयुक्त, प्रदूषण विभाग सहित कई दूसरे विभागों के अधिकारी उपस्थित नहीं थे। इस पर सांसद ने नाराजगी जताई। बैठक में हुई चर्चा और प्रस्तावों पर सांसद ने दो दिनों के अंदर अनुपालन रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
सांसद संजय सेठ ने कहा कि पिछली बैठक में भी एनएच अधिकारी नदारद थे। सांसद ने एनएच अधिकारी से बैठक में ना आने को लेकर जवाब मांगा है। ऐसा नहीं करने पर वे इसकी लिखित शिकायत एनएचएआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) भारत सरकार को करेंगे। संजय सेठ ने कहा कि बैठक में नगर निगम का कोई उच्च अधिकारी मौजूद नहीं थे। जो अधिकारी बैठक में शामिल हुए भी तो डेढ़ घंटे लेट से। ऐसे में शहर कैसे बचेगा।
सेठ ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगली बैठक से जो भी अधिकारी उपस्थित नहीं रहेंगे, उनकी उचित जगह पर शिकायत की जाएगी। क्योंकि, यह जनहित से जुड़ा मामला है। सड़क सुरक्षा बैठक में आम लोगों की समस्याओं को सामने रखा जाता है। सड़क की व्यवस्था दुरुस्त करने के साथ दुर्घटना कम करने के उद्देश्य समिति काम करती है।जनप्रतिनिधियों की ओर से आम लोगों की सड़क से संबंधी परेशानियां सामने रख उससे निपटने के लिए प्रस्ताव और सुझाव दिए जाते हैं। इसमें ट्रैफिक पुलिस, एक्साइज, एनएचएआई और प्रशासन सहित अन्य कई विभाग के अधिकारी शामिल होते हैं।
रातू रोड की जाम की समस्या को देखते हुए सांसद ने देवी मंडप रोड से कांके डैम होते हुए कांके रोड वैकल्पिक रास्ता तैयार करने पर चर्चा की। इसके लिए डैम के ऊपर अस्थाई ब्रिज बनाने का सुझाव दिया। सर्ड मैदान के पास श्रमिकों के खड़ा होने के लिए अस्थाई सैड के निर्माण का भी सुझाव दिया। कई जगहों पर टर्न और यू-टर्न की व्यवस्था करने पर भी चर्चा की गई।
रांची यूनिवर्सिटी कि कैंपस को करीब 10 मीटर तक पीछे करने का प्रस्ताव दिया गया है। अगर कैंपस शिफ्ट हो जाए तो शहीद चौक से लेकर एमजी रोड की ट्रैफिक की समस्या का समाधान होने की बात कही गई। इसके साथ ही बैठक में संजय सेठ ने अरगोड़ा चौक के पास जलजमाव और कांटाटोली फ्लाईओवर निर्माण पर भी चर्चा की। इन समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए कार्य करने के लिए निर्देश दिया।